बिना वार्ता करें अधिकारियों को किसानों ने लौटाया किसान बोले जब तक नहीं होंगी मांग पूरी जारी रहेगा धरना
ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेस वे के जीरो पॉइंट पर शुक्रवार से ही भारतीय किसान यूनियन का धरना चल रहा है। शनिवार शाम तक प्राधिकरण के अधिकारी किसानों से वार्ता के लिए धरना स्थल पर मौजूद रहे लेकिन किसानों ने उन्हें बिना वार्ता करें ही वापस लौटा दिया।उनसे कहा गया कि जब तक मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक उनका धरना समाप्त नहीं होगा।
भारतीय किसान यूनियन टिकैत के द्वारा गौतमबुद्ध नगर की तीनों प्राधिकरण के खिलाफ शुक्रवार से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है ।शनिवार को भी उनका यह धरना प्रदर्शन जारी रहा । सुबह इस धरना प्रदर्शन में राकेश टिकैत पहुंचे और उन्होंने किसानों का हौसला बढाया।राकेश टिकैत के धरना स्थल से जाने के बाद ही पुलिस और प्रशासन हरकत में आ गए और किसानों ने आरोप लगाया कि उनके धरने को समाप्त करने की कोशिश की गई।
भारतीय किसान यूनियन के पश्चिम उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पवन खटाना ने बताया कि राकेश टिकैत के धरना स्थल में शामिल होकर जाने के बाद से ही पुलिस प्रशासन उनके धरने को समाप्त करने में जुट गया ।इस दौरान पुलिस से उनकी बहस भी हुई उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उनका धरना अपनी मांगें पूरी न होने तक समाप्त नहीं होगा।
पवन खटाना ने बताया कि किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्राधिकरण के अधिकारी किसानों से वार्ता करने के लिए समय से ही पहुंच गए लेकिन किसानों ने साफ तौर पर कह दिया कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाएगा तब तक वह कोई बातचीत नहीं करेंगे ।काफी इंतजार के बाद प्राधिकरण के अधिकारी भी बिना वार्ता के लौट गए।
पवन खटाना ने बताया कि गौतम बुद्ध नगर में प्राधिकरण को किसानों के मुआवजे के रेट भी बढ़ाने चाहिए लगातार सर्किल रेट बढ़ रहा है और जमीनों के रेट भी बड़े हैं लेकिन किसानों का मुआवजा नहीं बढ़ा है ।उन्होंने किसानों के आवासीय भूखंड देने की और जल्द से जल्द 64% मुआवजा देने की भी बात कही।