नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उड़ान के लिए तैयार! सुरक्षा जांच में खरा उतरा, डीजीसीए से मंजूरी बाकी
जेवर स्थित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जल्द ही उड़ान भरने को तैयार है। देश के सबसे अत्याधुनिक और महत्वाकांक्षी हवाई अड्डों में शामिल इस प्रोजेक्ट ने सुरक्षा के तमाम मानकों पर खुद को खरा साबित कर दिया है।
गुरुवार को ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) की एक विशेषज्ञ टीम ने एयरपोर्ट का दौरा किया और सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं की गहनता से जांच की। इसमें टर्मिनल की सुरक्षा व्यवस्था, स्क्रीनिंग प्रक्रिया, एंट्री-एग्जिट प्वाइंट्स, बम निरोधक इंतजाम, सीसीटीवी निगरानी प्रणाली, फेंसिंग, सुरक्षाकर्मियों की तैनाती और आपातकालीन स्थितियों से निपटने की क्षमता जैसी बारीक चीजों को परखा गया।
सूत्रों के मुताबिक, टीम ने नोएडा एयरपोर्ट की मौजूदा सुरक्षा व्यवस्थाओं पर संतोष जताया है और कुछ छोटे तकनीकी सुधारों के बाद इसे एयरोड्रम लाइसेंस के लिए तैयार माना है। अब अंतिम निर्णय डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) की ओर से लिया जाएगा। डीजीसीए की टीम अगले सप्ताह एयरपोर्ट का निरीक्षण कर सकती है।
यदि डीजीसीए की रिपोर्ट भी संतोषजनक रही, तो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को एयरोड्रम लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा, जो किसी भी व्यावसायिक उड़ान की शुरुआत के लिए अनिवार्य है।
फिलहाल, एयरपोर्ट का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी कुछ महीनों में यहां से वाणिज्यिक उड़ानों की शुरुआत हो सकती है। नोएडा एयरपोर्ट के चालू होने से न केवल उत्तर भारत को एक नया एविएशन हब मिलेगा, बल्कि क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों को भी जबरदस्त रफ्तार मिलेगी।