ग्रेटर नोएडा (यमुना प्राधिकरण क्षेत्र ) को मिली देश की छठी सेमीकंडक्टर यूनिट, 500 एकड़ में बनेगा हाईटेक पार्क, 2000 को मिलेगा रोजगार
ग्रेटर नोएडा। भारत सरकार ने देश को तकनीकी आत्मनिर्भरता की ओर ले जाते हुए यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर-28 में देश की छठी सेमीकंडक्टर यूनिट लगाने को मंजूरी दे दी है। इस ऐतिहासिक फैसले के साथ ही ग्रेटर नोएडा में 500 एकड़ में सेमीकंडक्टर पार्क विकसित किया जाएगा, जिससे हजारों युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
एचसीएल और फॉक्सकॉन का ज्वाइंट वेंचर, 3,706 करोड़ का निवेश
सेक्टर-28 में 48 एकड़ भूमि पर बनने वाली इस यूनिट में 3,706 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। यह परियोजना एचसीएल और ताइवान की फॉक्सकॉन के बीच संयुक्त उपक्रम होगी। यूनिट में 2027 से सेमीकंडक्टर चिप्स का उत्पादन शुरू हो जाएगा, जो मोबाइल, लैपटॉप, ऑटोमोबाइल और पीसी जैसी तकनीकों में काम आएंगे।
सेक्टर-6 में चिन्हित हुई 1100 एकड़ जमीन, दो तकनीकी पार्क बनेंगे
यमुना प्राधिकरण के सीईओ ने बताया कि सेक्टर-6 में 1100 एकड़ जमीन को चिन्हित किया गया है। इसमें से 600 एकड़ सेमीकंडक्टर पार्क और बाकी 600 एकड़ इलेक्ट्रिक व्हीकल पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा।
सब्सिडी और छूट से कंपनियों को मिलेगा बड़ा प्रोत्साहन
यूनिट लगाने वाली कंपनी को 100 फीसदी स्टांप ड्यूटी और बिजली ड्यूटी में 10 साल तक छूट, 70 फीसदी लैंड सब्सिडी, और 919 करोड़ की कैपिटल सब्सिडी दी जाएगी। इस फैसले से भारत में चिप निर्माण को नई उड़ान मिलेगी और 2000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।
कई अन्य कंपनियां भी लाइन में
सेमीकंडक्टर पार्क की घोषणा के बाद से टार्क सेमीकंडक्टर, ऐडिटेक सेमीकंडक्टर्स प्रा.लि., भारत सेमी सिस्टम प्रा.लि. जैसी कंपनियों के प्रस्ताव भी सरकार के पास पहुंचे हैं। जापान की पेनासोनिक भी यहां यूनिट स्थापित करना चाहती है।
भारत में तेजी से बन रहे हैं सेमीकंडक्टर हब
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स (धोलेरा, गुजरात) – 91,000 करोड़ की लागत से भारत का पहला वाणिज्यिक सेमीकंडक्टर फैब प्लांट, दिसंबर 2026 तक तैयार
टाटा ओएसएटी यूनिट (मोरीगांव, असम) – 27,000 करोड़ का निवेश
माइक्रोन टेक्नोलॉजी (साणंद, गुजरात) – 23,000 करोड़ से असेंबली और टेस्टिंग यूनिट
सीजी पावर (साणंद, गुजरात) – 7,500 करोड़ का निवेश
कायन्स सेमीकॉन (साणंद, गुजरात) – प्रतिदिन 63 लाख चिप्स उत्पादन, 3,307 करोड़ का निवेश
सेमीकंडक्टर मिशन से सस्ती होंगी डिवाइसेज़
इस परियोजना से भारत में लैपटॉप, मोबाइल फोन, मेडिकल डिवाइसेज़, सर्वर, डिफेंस इक्विपमेंट और कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे उत्पादों के दाम घट सकते हैं। साथ ही भारत का आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता कदम और मजबूत होगा।