आईटीएस डेंटल कॉलेज में ‘व्हाइट कोट सेरेमनी’ और “मेरिट अवॉर्ड” का आयोजन
ग्रेटर नोएडा, 15 मई 2025 : आईटीएस डेंटल कॉलेज, ग्रेटर नोएडा में आज “व्हाइट कोट सेरेमनी” एवं “मेरिट अवॉर्ड वितरण” समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस विशेष अवसर पर मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया और नवप्रवेशी छात्रों को चिकित्सा क्षेत्र में सेवा और निष्ठा की शपथ दिलाई गई।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश की पूर्व कुलपति एवं पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ, नोएडा की निदेशक तथा वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. ए. के. सिंह रहीं। विशिष्ट अतिथि के रूप में मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली की प्रोफेसर और हेड (डिपार्टमेंट ऑफ ओएमडीआर) डॉ. सुनिता कुमारी उपस्थित रहीं।
इस अवसर पर आईटीएस एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डॉ. आर. पी. चड्ढा, सचिव श्री बी. डी. अरोड़ा, निदेशक श्री सुरेंद्र लून, कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सतीश अरोड़ा, डेंटल और मेडिकल विभागों के विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, छात्र एवं उनके अभिभावक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
डॉ. ए. के. सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि एक चिकित्सक के रूप में छात्रों में न केवल ज्ञान होना चाहिए, बल्कि करुणा और समर्पण की भावना भी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इलाज शुरू करने से पहले मरीजों को उनकी बीमारी की पूरी जानकारी देना और विश्वास में लेना चिकित्सा का अहम हिस्सा है।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सतीश अरोड़ा ने कहा कि “व्हाइट कोट सेरेमनी” छात्रों के लिए एक नया अध्याय है, जो न केवल जिम्मेदारी की शुरुआत है बल्कि सेवा और समर्पण के संकल्प का प्रतीक भी है।
प्रोफेसर डॉ. सुनिता कुमारी ने कहा कि चिकित्सकों को मरीजों को उनकी भाषा में बीमारी की जानकारी देकर बिना किसी जाति, धर्म या लिंग भेदभाव के उचित और समर्पित इलाज करना चाहिए।
समारोह में बीडीएस तृतीय वर्ष के सभी छात्रों को मरीजों का इलाज शुरू करने से पहले प्रशिक्षित डॉक्टरों द्वारा मरीजों के साथ सौम्य व्यवहार, सटीक जांच और आवश्यक चिकित्सकीय जानकारी प्रदान करने की विधियाँ सिखाई गईं। इसके उपरांत छात्रों को प्रतीकात्मक रूप से “व्हाइट कोट” पहनाकर औपचारिक रूप से चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में प्रवेश कराया गया।
कॉलेज के उपाध्यक्ष श्री सोहेल चड्ढा ने समारोह में उपस्थित सभी छात्रों को शुभकामनाएँ दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने छात्रों को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर परिश्रम करने की प्रेरणा भी दी।