GIMS ग्रेटर नोएडा के शिशु वार्ड में शॉर्ट सर्किट से लगी आग, प्रशासन की तत्परता से टली बड़ी दुर्घटना
ग्रेटर नोएडा, 23 अप्रैल। सरकारी आयुर्विज्ञान संस्थान (GIMS) ग्रेटर नोएडा के शिशु वार्ड में बुधवार दोपहर एक छोटे स्तर की आग की घटना सामने आई। यह हादसा दोपहर करीब 12:30 बजे हुआ, जब वार्ड में शॉर्ट सर्किट के कारण अचानक धुआं उठने लगा। गनीमत रही कि अस्पताल प्रशासन और आपातकालीन सेवाओं की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने किसी बड़ी दुर्घटना को होने से पहले ही टाल दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही फौरन दमकल विभाग को सूचित किया गया। दमकल की टीम ने कुछ ही मिनटों में मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया। वहीं, अस्पताल स्टाफ ने भी बिना देर किए राहत कार्य शुरू किया और शिशु वार्ड में भर्ती नवजातों व बच्चों को सुरक्षित क्षेत्रों में स्थानांतरित कर दिया।
नहीं हुई कोई जनहानि, सभी मरीज और स्टाफ सुरक्षित
प्रशासन की तेजी और समन्वित प्रयासों के चलते इस घटना में किसी भी प्रकार की जनहानि या घायल होने की सूचना नहीं है। अस्पताल प्रबंधन ने पुष्टि की कि सभी बच्चे, अभिभावक और मेडिकल स्टाफ सुरक्षित हैं।
आंतरिक जांच शुरू, अग्नि सुरक्षा मानकों की फिर से समीक्षा
शॉर्ट सर्किट के कारणों की जांच के लिए एक आंतरिक समिति का गठन कर दिया गया है। GIMS के निदेशक डॉ. (ब्रिगेडियर) राकेश कृष्ण गुप्ता ने बताया कि अस्पताल में फायर अलार्म, स्प्रिंकलर सिस्टम और इमरजेंसी निकासी द्वार जैसी अग्नि सुरक्षा व्यवस्थाएं पहले से ही सक्रिय हैं। नियमित रूप से अग्नि सुरक्षा अभ्यास और ऑडिट भी कराए जाते हैं।
संरचना और सुरक्षा प्रोटोकॉल ने निभाई अहम भूमिका
डॉ. गुप्ता ने कहा कि अस्पताल की मजबूत संरचना और प्रभावी सुरक्षा प्रोटोकॉल के चलते आग की घटना पर समय रहते नियंत्रण पा लिया गया। उन्होंने कहा कि मरीजों की सुरक्षा सर्वोपरि है और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।
GIMS ग्रेटर नोएडा ने आमजन को आश्वस्त किया है कि अस्पताल पूरी तरह सुरक्षित है और सभी स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रूप से जारी हैं। प्रशासन की तत्परता और टीम वर्क ने एक संभावित बड़े हादसे को टाल दिया, जिससे चिकित्सा क्षेत्र में भरोसे की एक मजबूत मिसाल कायम हुई है।