शारदा विश्वविद्यालय में कश्मीरी छात्रों ने निकाला आक्रोश मार्च, आतंकवादी हमले के खिलाफ उठाई आवाज
विदेशी छात्र भी हुए शामिल, बैसरन घाटी हमले में मारे गए पर्यटकों को दी गई श्रद्धांजलि
ग्रेटर नोएडा। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले के विरोध में मंगलवार को शारदा विश्वविद्यालय में कश्मीरी छात्रों ने कैंडल मार्च और आक्रोश मार्च निकाला। इस हमले में देश के विभिन्न राज्यों के कई पर्यटकों की जान चली गई थी। हमले के विरोध में विश्वविद्यालय परिसर में गुस्से और दुख का माहौल दिखा। कश्मीरी छात्रों के साथ विश्वविद्यालय के विदेशी छात्रों और स्टाफ सदस्यों ने भी मार्च में भाग लिया और शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर विश्वविद्यालय के चांसलर पी.के. गुप्ता ने आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे कायरतापूर्ण और अमानवीय बताया। उन्होंने कहा, “सभ्य समाज में ऐसी घटनाएं स्वीकार्य नहीं हैं। असामाजिक तत्वों पर हर कीमत पर अंकुश लगाया जाना चाहिए। इस बेहद दर्दनाक समय में हमारी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। हम उनके साथ अटूट एकजुटता में खड़े हैं।” उन्होंने ईश्वर से मृतकों की आत्मा की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
शारदा ग्रुप के पीआर डायरेक्टर डॉ. अजीत कुमार ने भी आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह मानवता के खिलाफ अपराध है। उन्होंने सरकार से आतंकवाद के खिलाफ कड़ा कदम उठाने की मांग की ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
मार्च में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के डीन, एचओडी, कश्मीरी छात्र शिफा, फैजान, ज़ैद, शौकीन नबी, सौविक, जुनैद फारूक, अनन्या गोयनका, गुन चोपड़ा के साथ-साथ कई विदेशी छात्र भी शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।