“मिशन क्राइम फ्री इंडिया” ने किया “टैनेन्ट वेलफेयर एसोसिएशन” का गठन, अवैध पीजी संचालन व किरायेदार उत्पीड़न के विरुद्ध उठाई आवाज
ग्रेटर नोएडा, 17 अप्रैल 2025: वर्ष 2012 से गौतमबुद्ध नगर में समाजसेवा और जनजागरण के क्षेत्र में सक्रिय संगठन “मिशन क्राइम फ्री इंडिया” की संस्थापक रचना वशिष्ठ द्वारा आज ग्रेटर नोएडा में “टैनेन्ट वेलफेयर एसोसिएशन” का विधिवत गठन किया गया। यह पहल शहर में अवैध रूप से संचालित पीजी और किरायेदारों के शोषण के विरुद्ध एक सशक्त जनआंदोलन के रूप में देखी जा रही है।
रचना वशिष्ठ ने इस अवसर पर जिलाधिकारी मनीष वर्मा को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने अवगत कराया कि ग्रेटर नोएडा के अल्फा, गामा, डेल्टा जैसे प्रमुख सेक्टरों में बिना अनुमति और सुरक्षा मानकों के चल रहे पीजी न केवल असामाजिक गतिविधियों के केंद्र बन चुके हैं, बल्कि नशीले पदार्थों की तस्करी, आगजनी और अपराधों को भी बढ़ावा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र के शैक्षणिक संस्थानों में पहले से ही हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध है, और कामकाजी युवाओं के लिए भी कार्यालयों द्वारा आवास की व्यवस्था होती है। बावजूद इसके अवैध पीजी का प्रसार चिंता का विषय है।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि कई मकान मालिक लालच में इन अवैध पीजी को किराए पर देकर अनैतिक रूप से मनमाना किराया वसूलते हैं, जिससे पारिवारिक किरायेदार और छात्र अत्यधिक आर्थिक दबाव में जीने को मजबूर हैं।
रचना वशिष्ठ ने बताया कि इसी दिन दो युवा बहनों ने उनके कार्यालय में पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई थी। वे चार माह से बिसरख थाना क्षेत्र के रिवर व्यू अपार्टमेंट में किराए पर रह रही थीं। आरोप है कि मकान मालिक संजय खत्री व गीतांजलि खत्री ने गुंडों के साथ मिलकर उनसे मारपीट की, उनका सामान जब्त कर घर से निकाल दिया।
संस्थान की पहल और डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी (आईपीएस) तथा डीजीपी कार्यालय के हस्तक्षेप से बिसरख थाना में एफआईआर संख्या 0263/2025 (धारा 329(3)/352 बीएनएस के तहत) दर्ज की गई, जो “टैनेन्ट वेलफेयर एसोसिएशन” की पहली बड़ी सफलता मानी जा रही है।
रचना वशिष्ठ ने बताया कि आने वाले समय में इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जिलाधिकारी मनीष वर्मा को भी आमंत्रित किया गया है।
“टैनेन्ट वेलफेयर एसोसिएशन” का उद्देश्य किरायेदारों के अधिकारों की रक्षा, अवैध पीजी पर रोकथाम, और मानवाधिकारों के संरक्षण को सुनिश्चित करना है। एसोसिएशन ने मीडिया से अपील की है कि वह समाज के इस उपेक्षित वर्ग के लिए आवाज बने और प्रशासन को भी इस दिशा में सख्त कदम उठाने की प्रेरणा दे।