शिक्षाविदों के सम्मान में जीएनआईओटी का गरिमामय आयोजन वाराणसी में
- शिक्षकों के योगदान को सलाम, सौ से अधिक शिक्षाविदों को किया गया सम्मानित
वाराणसी।
ग्रेटर नोएडा स्थित प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस द्वारा वाराणसी के एक निजी होटल में शिक्षाविद् सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस समारोह में वाराणसी व आसपास के क्षेत्रों से आए 100 से अधिक शिक्षाविदों को शिक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया।
समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और माँ सरस्वती वंदना के साथ हुआ। कार्यक्रम में सैय्यदराजा (चंदौली) के विधायक सुशील सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। उन्होंने कहा, “शिक्षाविद समाज की नींव होते हैं, उनका सम्मान करना हम सभी का दायित्व है। इस प्रकार के आयोजनों से शिक्षकों को नई ऊर्जा मिलती है।”
इस अवसर पर वाराणसी विकास प्राधिकरण के मानद सदस्य अम्बरीष सिंह भोला ने शिक्षकों के समर्पण की सराहना करते हुए कहा, “समाज का विकास शिक्षकों के बिना अधूरा है।”
काशियाना फाउंडेशन के अध्यक्ष सुमित सिंह ने शिक्षा क्षेत्र में नवाचार की आवश्यकता पर बल दिया, वहीं मां सिद्धेश्वरी चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं जीआईएमएस संस्थान के एडवाइजर सत्यप्रकाश सिंह ने सभी शिक्षाविदों को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में जीएनआईओटी के सीईओ स्वदेश कुमार सिंह ने कहा, “शिक्षकों का सम्मान समाज की समृद्धि का प्रतीक है, हम भविष्य में भी ऐसे आयोजनों का आयोजन करते रहेंगे।”
संस्थान के निदेशक डॉ. भूपेंद्र सोम ने शिक्षाविदों की बदलती भूमिकाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला, जबकि ग्रुप हेड – आउटरीच पंकज कुमार ने समारोह को समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताया।
इस अवसर पर संस्था की ओर से विमल सिंह, रूपेश राव, उमेश सिंह, अभिनय राज, आशीष तोमर, चारु शर्मा, पूजा सिंह, रितु भारद्वाज, रजनीश सिंह समेत कई प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे।
कार्यक्रम ने वाराणसी की धरती पर शिक्षा, सम्मान और समर्पण का संदेश देते हुए शिक्षकों को एक नई प्रेरणा और सम्मान का मंच प्रदान किया।