GIMS की छह वर्षों में अभूतपूर्व प्रगति: मरीजों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं और शोध में नई ऊंचाइयां

ग्रेटर नोएडा स्थित गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (GIMS) ने बीते छह वर्षों में चिकित्सा सुविधाओं, शोध, और नवाचार में उल्लेखनीय प्रगति की है। संस्थान मरीजों को उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवाएं और आधुनिक जांच सुविधाएं प्रदान कर रहा है।

चिकित्सा सुविधाओं में जबरदस्त विस्तार

वर्तमान में GIMS में 1500-2000 मरीज प्रतिदिन उपचार के लिए आते हैं, जबकि 450 से अधिक मरीज भर्ती किए जाते हैं।

पिछले छह वर्षों में भर्ती मरीजों की संख्या में पांच गुना और ऑपरेशन में चार गुना वृद्धि दर्ज की गई।

मरीजों को PPPI, CT Scan, MRI, विशेष लैब जांच, डायलिसिस, और ICU सुविधाएं उपलब्ध हैं।

जिले के निजी अस्पतालों की तुलना में सरकारी दरों पर इलाज संभव।

NACO के सहयोग से HIV मरीजों के लिए ICTC सेंटर स्थापित।

NABH एवं NABL मान्यता प्राप्त प्रदेश का एकमात्र सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल।

मातृत्व एवं नवजात देखभाल में नई पहल

JSY, JSSY, SNCU, HDU(Gynae), और MNCU योजनाओं के तहत माताओं और नवजातों के लिए विशेष सेवाएं।

गंभीर रूप से बीमार नवजातों के लिए DST-LPA Lab और 10 Bedded MDR Ward की सुविधा।

आधुनिक अनुसंधान केंद्र और नवाचार

GIMS में Multi-Disciplinary Research Unit (MRU) और Virus Research & Diagnostic Laboratory (VRDL) की स्थापना।

2021 से अब तक 170 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित।

2024 में ICMR, DBT, UPCST से 5 नई परियोजनाओं को मंजूरी।

प्रदेश का पहला GIMS Centre for Medical Innovation (CMIS), जिसे StartInUP (UP सरकार) से मान्यता मिली।

RVS (Rapid Viral Surveillance) परियोजना में संस्थान की भागीदारी।

चिकित्सा शिक्षा में तेजी से वृद्धि

2019 से अब तक मेडिकल और पैरामेडिकल पाठ्यक्रमों का विस्तार।

IGNOU से मान्यता प्राप्त PGDMCH, PGDHHM, PGDGM, और CHCWM पाठ्यक्रम।

Basic Life Support (BLS), NELS, और NNF Fellowship Training Centers की स्थापना।

कोविड महामारी के दौरान उत्कृष्ट योगदान

कोविड के दौरान GIMS को “Best COVID Care Hospital” का दर्जा मिला।

सरकार की निगरानी में सबसे अधिक मरीजों के इलाज और शोध कार्यों में अग्रणी।

विशेषताएं जो GIMS को बनाती हैं अलग

✅ UP का एकमात्र सरकारी संस्थान, जिसे NABH और NABL मान्यता प्राप्त।
✅ Ex-Servicemen के लिए कैशलेस इलाज की सुविधा।
✅ e-Sanjeevani टेलीमेडिसिन सेवा में राज्य में प्रथम स्थान।
✅ प्रदेश में पहला मेडिकल स्टार्टअप इनक्यूबेशन सेंटर।
✅ 3.5 लाख से 37 करोड़ रुपये तक की आत्मनिर्भरता (PPP मॉडल, प्रशिक्षण, स्किल्स से आय)।
✅ 59 PG सीटें, 13 स्पेशलाइजेशन – NMC द्वारा स्वीकृत 67 में से अधिकतम।

GIMS चिकित्सा, शिक्षा, और शोध के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में अपना स्थान बना चुका है। भविष्य में यह और अधिक ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रतिबद्ध है।

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