भारतीय नववर्ष स्वागत उत्सव उमंग 2082: इंद्रधनुष और एकल नृत्य प्रतियोगिता में बच्चों ने दिखाया कौशल
ग्रेटर नोएडा। भारतीय नववर्ष स्वागत उत्सव उमंग 2082 के तीसरे दिन रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इस अवसर पर इंद्रधनुष प्रतियोगिता और एकल नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की गईं, जिनमें बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
इंद्रधनुष प्रतियोगिता में 72 बच्चों ने दिखाया हुनर
प्रतियोगिता प्रमुख वंदना और विनीता ने बताया कि इंद्रधनुष प्रतियोगिता में कुल 72 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
प्रथम स्थान – शर्मिष्ठा श्रीवास्तव
द्वितीय स्थान – नवनीत साहू
तृतीय स्थान – कृषा गुप्ता
एकल नृत्य प्रतियोगिता में 54 प्रतिभागी रहे शामिल
एकल नृत्य प्रतियोगिता की समन्वयक कांतिपाल और संतोष ने बताया कि इसमें 54 बच्चों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीत लिया।
भगवान राम से लेकर सम्राट विक्रमादित्य तक, नववर्ष का ऐतिहासिक महत्व
आज के मुख्य वक्ता विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने भारतीय नववर्ष के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि –
✔ भगवान श्रीराम और युधिष्ठिर का राजतिलक चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही हुआ था।
✔ चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य और शालीवाहन का राज्याभिषेक भी इसी दिन हुआ था।
✔ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार की जन्मतिथि भी यही दिन है।
सैकड़ों लोग बने साक्षी, प्रमोद चौहान ने किया संचालन
कार्यक्रम का संचालन प्रमोद चौहान ने किया। इस अवसर पर प्रवीण शर्मा, राजेंद्र सोनी, कपिल, संजय सूदन, नौरंग सिंह, अवधेश, मुकुल गोयल, विवेक अरोड़ा, सतीश गर्ग सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
नववर्ष उत्सव के ये आयोजन भारतीय संस्कृति और परंपराओं को संजोने का प्रयास हैं, जो आने वाली पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ते हैं।