लॉयड इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी: वेंडर विकास कार्यक्रम में MSME सेक्टर के उज्ज्वल भविष्य पर मंथन
दो दिवसीय आयोजन में 400 से अधिक उद्यमियों, विशेषज्ञों और छात्रों ने लिया भाग
नई दिल्ली, 20 मार्च 2025: सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में “वेंडर विकास कार्यक्रम” का भव्य आयोजन लॉयड इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा में किया गया। दो दिवसीय इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उद्यमियों, उद्योगपतियों और सरकारी संस्थानों के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करना और नए व्यावसायिक अवसर उपलब्ध कराना था।
वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञों की रही प्रभावशाली उपस्थिति
कार्यक्रम में डॉ. राजनीश, आईएएस (अतिरिक्त सचिव एवं विकास आयुक्त, MSME, भारत सरकार) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि सुश्री अश्विनी लाल, आईईएस (अतिरिक्त विकास आयुक्त, MSME, भारत सरकार) रहीं। इसके अलावा, MSME और विभिन्न औद्योगिक संगठनों के वरिष्ठ अधिकारी एवं विशेषज्ञ भी शामिल हुए, जिनमें डॉ. आर. के. भारती (संयुक्त निदेशक, MSME विकास संस्थान, ओखला), अनिल कुमार (अतिरिक्त विकास आयुक्त, MSME, भारत सरकार), सुनील कुमार (सहायक निदेशक, MSME, भारत सरकार), जगदीप कुमार राणा (कार्यकारी निदेशक, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड), प्रदीप मित्तल (चेयरमैन, इंडियन फाउंड्रीमेन एसोसिएशन) और सक्षम गर्ग (सचिव, उत्तरी क्षेत्र) प्रमुख रहे।
MSME सेक्टर की भूमिका और संभावनाओं पर चर्चा
मुख्य अतिथि व वक्ता डॉ. राजनीश ने MSME सेक्टर की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में MSME का योगदान GDP में 30%, निर्यात में 45% और 26 करोड़ से अधिक रोजगार प्रदान करने के रूप में देखा जाता है। उन्होंने कहा कि MSME क्षेत्र नवाचार, डिजिटल तकनीक और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
विशेषज्ञों ने MSME सेक्टर में उपलब्ध व्यावसायिक अवसरों और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। डॉ. आर. के. भारती ने सरकारी टेंडरों और GEM (Government e-Marketplace) के माध्यम से व्यापार को बढ़ावा देने पर जोर दिया। श्री अनिल कुमार ने MSME की वित्तीय चुनौतियों पर चर्चा की और सरकार की ओर से दी जा रही सहायता योजनाओं की जानकारी दी।
औद्योगिक विकास में MSME की महत्वपूर्ण भूमिका
कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने MSME सेक्टर की संभावनाओं पर अपने विचार रखे। श्री जगदीप कुमार राणा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में MSME सेक्टर के विकास के लिए नए मॉडल तैयार किए जा रहे हैं। प्रदीप मित्तल ने भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए MSME के महत्व को रेखांकित किया। श्री सक्षम गर्ग ने भारतीय उत्पादन क्षेत्र में नवाचार और स्थायी विकास की भूमिका पर प्रकाश डाला।
लॉयड इंस्टीट्यूट की प्रभावशाली भागीदारी
इस आयोजन में लॉयड इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा की प्रमुख भागीदारी रही। संस्थान के शीर्ष नेतृत्व ने भी इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिनमें अध्यक्ष मनोहर थैरानी, वरिष्ठ निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) राजीव अग्रवाल, डीन (आर एंड डी) प्रो. (डॉ.) एस. पी. द्विवेदी और डीन (आईक्यूएसी) प्रो. (डॉ.) ए. पी. श्रीवास्तव शामिल रहे। इसके अलावा, संस्थान के विभिन्न विभागों के प्रमुख, फैकल्टी सदस्य और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम की मुख्य उपलब्धियाँ
✔ MSME मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से सीधा संवाद
✔ उद्योग और सरकारी प्रतिनिधियों के साथ नेटवर्किंग
✔ सरकारी टेंडरों और व्यापारिक अवसरों की जानकारी
✔ लघु और मध्यम उद्यमों के लिए नए अवसरों का सृजन
400 से अधिक उद्यमियों और छात्रों को मिला फायदा
दो दिवसीय इस कार्यक्रम में 400 से अधिक MSME उद्यमियों, व्यापारियों और छात्रों ने भाग लिया और इससे महत्वपूर्ण व्यावसायिक अवसर प्राप्त किए।
MSME मंत्रालय द्वारा आयोजित यह वेंडर विकास कार्यक्रम न केवल व्यापारिक अवसरों को बढ़ाने में सहायक सिद्ध हुआ, बल्कि उद्योग और सरकार के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने का भी एक सशक्त मंच बना।