गांधी शांति प्रतिष्ठान में ‘सृजनाभिनन्दनम’ का भव्य आयोजन, साझा काव्य संकलन सहित छह पुस्तकों का विमोचन
नई दिल्ली। साहित्य, संस्कृति और सृजन की अनुपम संगम स्थली बने गांधी शांति प्रतिष्ठान, आईटीओ दिल्ली में तृतीय सृजनाभिनन्दनम कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर एक साझा काव्य संकलन सहित छह पुस्तकों का विमोचन संपन्न हुआ, जिसमें देश के प्रतिष्ठित साहित्यकारों, कवियों और विद्वानों ने सहभागिता की।
कार्यक्रम के विशेष आकर्षणों में रमनपाल सिंह (पूर्व डीएसपी) का उल्लेखनीय योगदान रहा, जिनकी साहित्य और समाज सेवा के प्रति गहरी निष्ठा को उपस्थित सुधिजनों ने सराहा। मंच पर उन्होंने अपने विचार साझा करते हुए साहित्य के महत्त्व को रेखांकित किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईपीएस (डीजीपी, केरल) संजीव पटजोशी थे, जबकि विशिष्ट अतिथियों में दिल्ली विश्वविद्यालय की हिंदी विभागाध्यक्ष सुधा उपाध्याय, केंद्रीय हिंदी निदेशालय, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के सहायक निदेशक डॉ. दीपक पांडेय, नागरी लिपि परिषद के महामंत्री एवं पूर्व आकाशवाणी अधिकारी डॉ. हरी सिंह पाल, दिल्ली विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राजेश शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्मकार धीरज सार्थक, प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. घमंडीलाल अग्रवाल, श्याम कालरा, वीरेंद्र कुमार मन्सोतरा, डॉ. विनय कुमार सिंघल, डॉ. राकेश छोकर, डॉ. चंद्रमणि ब्रह्मदत्त, अश्वनी दासन, प्रेम राज भाटी सहित अनेक गणमान्य साहित्यकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
काव्यपाठ रहा आकर्षण का केंद्र
इस अवसर पर साझा संकलन में प्रकाशित कवियों ने अपनी रचनाओं का काव्य पाठ किया, जिसे सुधि श्रोताओं ने भरपूर सराहा। अनेक प्रतिष्ठित कवियों के साथ मंच साझा करने का अवसर प्राप्त हुआ, और उनकी प्रस्तुति ने श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
सम्मान और स्मृति चिह्नों से अलंकृत हुए साहित्यकार
सृजन और साहित्य के इस महोत्सव में साझा संकलन के कवियों और विशिष्ट अतिथियों को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। आयोजन समिति की ओर से इस सफल कार्यक्रम के लिए सभी को शुभकामनाएँ दी गईं।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. चंद्रमणि ब्रह्मदत्त ने कुशलता से किया, जिन्होंने अपने सधे हुए अंदाज में पूरे आयोजन को गरिमामयी बना दिया। कार्यक्रम की भव्यता को देखते हुए उपस्थित साहित्य प्रेमियों ने आयोजकों को इस सफल आयोजन के लिए हार्दिक बधाई दी।