यथार्थ हॉस्पिटल में पेश की इंसानियत की मिसाल: मेडिकल एम्बुलेंस से परीक्षा केंद्र पहुंचा गम्भीर बीमारी से ग्रस्त छात्र, यथार्थ अस्पताल डॉक्टरों की निगरानी में दी बोर्ड परीक्षा
ग्रेटर नोएडा के यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, ओमेगा-1 ने एक मिसाल कायम करते हुए मरीज की शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों को प्राथमिकता दी। गंभीर पीलिया और वायरल हेपेटाइटिस से जूझ रहे 16 वर्षीय प्रतीक कुमार को 14 फरवरी 2025 को यथार्थ हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। लेकिन उनकी 10वीं बोर्ड परीक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण थी।
यथार्थ हॉस्पिटल ने छात्र के उज्ज्वल भविष्य को देखते हुए एक अनूठी व्यवस्था की। मेडिकल सुविधा से लैस विशेष एम्बुलेंस तैयार कराई गई, जिसमें डॉक्टरों की निगरानी, जीवन रक्षक उपकरण और सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं। इस अनोखी पहल के चलते प्रतीक बिना किसी जोखिम के परीक्षा दे सके।
यथार्थ हॉस्पिटल: सिर्फ इलाज नहीं, जीवन संवारने की जिम्मेदारी!
गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. विनीत कुमार गुप्ता और पीडियाट्रिक्स विभाग के प्रमुख डॉ. कुशाग्र गुप्ता की देखरेख में प्रतीक का इलाज जारी है और उनकी सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है। अस्पताल प्रशासन ने इस पहल को अपने सेवा भाव का हिस्सा बताते हुए कहा, “हम केवल मरीजों का इलाज ही नहीं, बल्कि उनके भविष्य की जिम्मेदारी भी निभाते हैं।”
यथार्थ हॉस्पिटल ने यह साबित कर दिया कि चिकित्सा सेवा सिर्फ इलाज तक सीमित नहीं होती, बल्कि इंसानियत और समाज के प्रति समर्पण का प्रतीक होती है।