दिल्ली की राजनीति में ऐतिहासिक बदलाव: रेखा गुप्ता बनीं नई मुख्यमंत्री
दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है। शालीमार बाग से पहली बार विधायक चुनी गईं रेखा गुप्ता को राजधानी का नया मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया है। 50 वर्षीय रेखा गुप्ता को भाजपा विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से नेता चुना गया, जिससे उनका मुख्यमंत्री पद तक का रास्ता साफ हो गया। प्रवेश वर्मा और बिजेंद्र गुप्ता ने रेखा गुप्ता के नाम का प्रस्ताव रखा। इसके बाद रेखा गुप्ता के नाम का ऐलान मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री के रूप में हुआ।
राजनीतिक सफर:
रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर संघर्ष और मेहनत से भरा रहा है। उन्होंने छात्र राजनीति से अपने करियर की शुरुआत की और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में सचिव पद तक पहुंचीं। इसके बाद, वे उत्तरी दिल्ली नगर निगम में पार्षद चुनी गईं और अपनी कार्यशैली से पहचान बनाई। उनकी साफ-सुथरी छवि और प्रशासनिक क्षमता ने उन्हें दिल्ली की राजनीति में एक मजबूत चेहरा बनाया।
निजी जीवन:
हरियाणा के जींद में जन्मी रेखा गुप्ता दो साल की उम्र में दिल्ली आ गई थीं। रेखा गुप्ता वैश्य समाज से आती हैं ।उन्होंने मेरठ से कानून की पढ़ाई की है। उनका राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भाजपा से पुराना नाता रहा है। वह दिल्ली भाजपा महिला मोर्चा की महासचिव और पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य भी रही हैं।
मुख्यमंत्री पद की शपथ:
रेखा गुप्ता 20 फरवरी को दोपहर 12:30 बजे रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। इस समारोह में उनके साथ नए मंत्रिमंडल के सदस्य भी शपथ लेंगे। भाजपा ने 27 साल बाद दिल्ली में सत्ता में वापसी की है, और रेखा गुप्ता की नियुक्ति इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अब सभी की निगाहें रेखा गुप्ता के अगले कदमों पर टिकी हैं। देखना होगा कि वे अपनी नीतियों और फैसलों से दिल्ली की जनता की उम्मीदों पर कितनी खरी उतरती हैं।