सावधान! शेयर बाजार में ठगी से 1.80 करोड़ गंवाए, सेवानिवृत्त कर्मचारी हुआ साइबर फ्रॉड का शिकार
गौतमबुद्ध नगर। सेवानिवृत्त कर्मचारी सतीश (काल्पनिक नाम) साइबर ठगी का शिकार हो गए। अनजान व्यक्ति के झांसे में आकर उन्होंने शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 1.80 करोड़ रुपये गवां दिए। ठगों ने उन्हें फेसबुक मैसेंजर और टेलीग्राम के माध्यम से अपने जाल में फंसाया और जल्दी मुनाफे का लालच देकर करोड़ों रुपये ठग लिए।
कैसे हुआ फ्रॉड?
गौतमबुद्ध नगर निवासी 70 वर्षीय सतीश की मुलाकात दिसंबर 2022 में एक शादी समारोह में नीतीश नामक व्यक्ति से हुई। दो साल बाद, दिसंबर 2024 में, अचानक फेसबुक पर नीतीश की मित्रता अनुरोध आया। बातचीत के दौरान नीतीश ने शेयर बाजार और विदेशी मुद्रा में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने की बात कही।
इसके बाद, सतीश को एक टेलीग्राम चैनल से जोड़ा गया, जहां उन्हें आकर्षक निवेश योजनाओं की पेशकश की गई। शुरुआत में, उन्होंने 10,000 रुपये लगाए, जिससे 30,000 रुपये का लाभ हुआ। जब उन्होंने 5,000 रुपये निकाले और वह आसानी से खाते में आ गए, तो सतीश को योजना की वास्तविकता पर विश्वास हो गया।
धीरे-धीरे उन्होंने अलग-अलग किश्तों में करीब 1.80 करोड़ रुपये का निवेश कर दिया। लेकिन जब उन्हें पैसे की जरूरत पड़ी और उन्होंने निकासी का प्रयास किया, तो ब्रोकर बहाने बनाने लगा। ठगों ने कहा कि राशि बड़ी होने के कारण 10 लाख रुपये का अतिरिक्त टैक्स भरना होगा।
जब सतीश ने अपने बेटे से रकम मांगी, तो उसने साइबर ठगी की आशंका जताई। लगातार संपर्क के बावजूद जब कोई समाधान नहीं मिला, तब सतीश को अहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। उन्होंने cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कराई।
साइबर ठगी से बचने के लिए जरूरी सतर्कता:
1. अनजान निवेश योजनाओं पर भरोसा न करें।
2. फेसबुक फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले उसकी सत्यता जांचें।
3. टेलीग्राम और अन्य ऑनलाइन ग्रुप जॉइन करने से पहले उनकी विश्वसनीयता की पुष्टि करें।
4. शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अधिकृत प्लेटफॉर्म और सेबी से मान्यता प्राप्त संस्थानों से ही निवेश करें।
5. जल्दी मुनाफे के लालच में न आएं। अगर कोई निवेश कुछ महीनों में दोगुना-तीन गुना करने का दावा करता है, तो यह ठगी हो सकती है।
6. टेलीग्राम ट्रेडिंग ग्रुप में अधिकांश मेंबर्स वर्चुअल होते हैं, जो सिर्फ लोगों को फंसाने के लिए बनाए जाते हैं।
साइबर क्राइम से बचाव के लिए जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। अगर किसी के साथ ऐसा धोखा हो, तो तुरंत cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कराएं या नजदीकी साइबर पुलिस स्टेशन से संपर्क करें।