बोर्ड एग्जाम का तनाव न बन जाए मानसिक बोझ, शारदा अस्पताल के विशेषज्ञ ने दिए तनावमुक्त रहने के सुझाव
नोएडा। सीबीएसई बोर्ड की कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं आज (शनिवार) से शुरू हो गई हैं, जबकि यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 24 फरवरी से शुरू होंगी। परीक्षा के इस दौर में छात्र मानसिक दबाव का शिकार हो जाते हैं, जिससे उनकी मेंटल हेल्थ प्रभावित हो सकती है। कई बार अत्यधिक तनाव के कारण छात्र आत्मघाती कदम तक उठा लेते हैं। ऐसे में, शारदा अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉ. निखिल नायर ने बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों और उनके परिजनों को तनावमुक्त रहने के कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं।
परीक्षा से पहले अपनाएं ये टिप्स
डॉ. निखिल नायर के अनुसार, परीक्षा से पहले सुनियोजित ढंग से सिलेबस पूरा करना और टाइम-टेबल बनाकर रिवीजन करना बेहद जरूरी है। परीक्षा से 1-1.5 महीने पहले रिवीजन शुरू कर देना चाहिए। इस दौरान छात्रों को अपनी नींद, खान-पान और शारीरिक स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
रातभर पढ़ाई से बचें, दिनचर्या संतुलित रखें
कई छात्र परीक्षा के तनाव में रातभर पढ़ाई करते हैं और दिन में सोते हैं, जिससे उनकी मानसिक और शारीरिक सेहत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। डॉ. निखिल के अनुसार, पर्याप्त नींद, संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से याददाश्त बेहतर होती है। छात्रों को प्रोटीन, विटामिन और मिनरल युक्त आहार लेना चाहिए, जिसमें फल और हरी सब्जियां शामिल हों। इसके अलावा, रोज 15-20 मिनट एक्सरसाइज करना मानसिक और शारीरिक सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
अगर बच्चे में दिखें ये बदलाव, तो रहें सतर्क
मनोचिकित्सक के अनुसार, परीक्षा के दौरान या उससे पहले अगर बच्चा 15 दिनों तक उदास, चिंतित या खुद को अकेला महसूस करता है, तो माता-पिता को सतर्क हो जाना चाहिए। यदि बच्चा बार-बार “मैं नहीं कर सकता” या “मुझसे नहीं होगा” जैसे शब्द कहे, तो उसकी काउंसलिंग कराना या मनोचिकित्सक से सलाह लेना जरूरी है।
अंकों का दबाव न डालें, आत्मविश्वास बढ़ाएं
डॉ. निखिल नायर के अनुसार, अच्छे अंक जरूरी हैं, लेकिन बच्चों पर बेवजह दबाव डालना खतरनाक हो सकता है। माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों को एंट्रेंस एग्जाम और करियर विकल्पों के बारे में जागरूक करें और एक सुव्यवस्थित शेड्यूल तैयार करने में मदद करें। किसी भी प्रवेश परीक्षा में बैठने से पहले कम से कम दो बार रिवीजन करना जरूरी है, जिससे आत्मविश्वास बना रहे।
बच्चों का साथ दें, सकारात्मक माहौल बनाएं
बोर्ड परीक्षा केवल अकादमिक सफलता का मापदंड नहीं है। छात्रों को मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए माता-पिता और शिक्षकों को उनका हौसला बढ़ाना चाहिए। परीक्षा के तनाव को कम करने के लिए सकारात्मक माहौल और सही मार्गदर्शन बेहद जरूरी है।
(यह रिपोर्ट छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है। परीक्षा से पहले सही तैयारी और मानसिक संतुलन बनाए रखना उनकी सफलता की कुंजी हो सकता है।)