लखीमपुर खीरी में जोन ऑफ एक्सीलेंस अभियान का शुभारंभ, सड़क सुरक्षा पर जोर
लखनऊ/लखीमपुर खीरी, 7 फरवरी: सड़क हादसे केवल एक व्यक्ति की जान नहीं लेते, बल्कि इसके साथ कई परिवारों का जीवन प्रभावित होता है। खासकर, हादसे में मारे गए व्यक्ति के परिवार और बच्चों के सपने चूर हो जाते हैं। इस समझ को ध्यान में रखते हुए, जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने शुक्रवार को पायलट प्रोजेक्ट के तहत कलेक्ट्रेट के 10 किमी क्षेत्र को “जोन ऑफ एक्सीलेंस” घोषित कर सड़क सुरक्षा अभियान की शुरुआत की। इस अभियान को भविष्य में पूरे जिले में लागू किया जाएगा।
पायलट प्रोजेक्ट के तहत रोड सुरक्षा उपायों की शुरुआत
जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों पर प्रदेश में सड़क हादसों को रोकने और मृत्यु दर को जीरो करने के लिए “नो हेल्मेट नो फ्यूल” अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में, लखीमपुर खीरी में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत कलेक्ट्रेट के 10 किमी क्षेत्र को “जोन ऑफ एक्सीलेंस” घोषित किया गया है। डीएम ने स्वयं मौके पर खड़े होकर हाईवे के अवैध कटों को बंद कराया और सड़क सुरक्षा उपायों का निरीक्षण किया। इस अभियान में 84 एनएसएस और एनसीसी के स्टूडेंट्स को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया, जो अब सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाएंगे।
एनएसएस और एनसीसी स्टूडेंट्स को रीयल हीरो बताया
डीएम ने कहा कि जोन ऑफ एक्सीलेंस के तहत रोड सेफ्टी विजन के सारथी बन रहे 84 एनएसएस और एनसीसी स्टूडेंट्स वास्तव में रीयल हीरो हैं। इन स्टूडेंट्स को इस अभियान से जुड़ने और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि असुरक्षित ड्राइविंग, यातायात नियमों की अनदेखी, हेलमेट और सीट बेल्ट न पहनना दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण हैं, और इसे नियंत्रित करने के लिए सभी को यातायात नियमों का पालन करना चाहिए।
“जोन ऑफ एक्सीलेंस” के महत्व पर एसपी और अधिकारियों का वक्तव्य
एसपी संकल्प शर्मा ने कहा कि यह पहल सड़क सुरक्षा के लिए मील का पत्थर साबित होगी, क्योंकि इसमें एनसीसी और एनएसएस स्टूडेंट्स पुलिस कैडेट्स की भूमिका को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसके तहत, जिला प्रशासन सड़क सुरक्षा के उपायों पर काम कर रहा है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी। इस अभियान में सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता, पीडब्ल्यूडी के अभियंता अनिल कुमार यादव, और अन्य अधिकारियों ने भी भाग लिया।
जोन ऑफ एक्सीलेंस की कार्यप्रणाली
अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी अनिल कुमार यादव ने बताया कि “जोन ऑफ एक्सीलेंस” के तहत सड़क सुरक्षा उपायों को सुधारने के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम किया जाएगा, जिसमें सड़क किनारे अतिक्रमण हटाना, ओवरस्पीडिंग और गलत दिशा में ड्राइविंग को रोकना, और डिवाइडरों के अवैध कट को बंद कराना शामिल है। इसके साथ ही, सामाजिक और सरकारी सहयोग से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। पहले चरण में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और बाद में सख्त प्रवर्तन कार्यवाही की जाएगी।