यमुना एक्सप्रेसवे पर पतंजलि का मेगा फूड पार्क: दिसंबर 2025 तक होगा पूर्ण संचालन, बिस्कुट, डेयरी और ऑर्गेनिक खेती में बड़ा निवेश
ग्रेटर नोएडा, 5 फरवरी। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास क्षेत्र में पतंजलि ग्रुप का फूड एवं हर्बल पार्क तेजी से आकार ले रहा है। नौ साल पहले आवंटित 430 एकड़ भूमि पर अब निर्माण कार्य पूरी गति से जारी है, और ग्रुप ने दिसंबर 2025 तक पूरी तरह से उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य तय किया है।
देश का सबसे बड़ा बिस्कुट प्लांट अप्रैल से होगा चालू
तीन चरणों में उत्पादन शुरू करने की योजना के तहत, ग्रुप अप्रैल 2025 में पहले चरण में 17 एकड़ क्षेत्र में बिस्कुट प्लांट की शुरुआत करेगा। इस प्लांट में 500 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है और इससे 3000 से अधिक स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। यह प्लांट देश का सबसे बड़ा बिस्कुट उत्पादन केंद्र होगा, जिसके लिए आठ उत्पादन लाइनें तैयार की जा रही हैं। उत्पादन के लिए जर्मनी और इटली से अत्याधुनिक मशीनें मंगाई गई हैं।
दूसरे और तीसरे चरण का उत्पादन जून और दिसंबर से
पतंजलि ग्रुप के पास पहले से ही देशभर में 36 बिस्कुट प्लांट हैं, लेकिन ग्रेटर नोएडा स्थित यह प्लांट सबसे उन्नत होगा। ग्रुप जून और दिसंबर 2025 तक दूसरे और तीसरे चरण में अन्य खाद्य उत्पादों का भी उत्पादन शुरू करेगा।
50 एकड़ में अत्याधुनिक डेयरी प्लांट, दूध से बने उत्पादों का होगा निर्यात
प्राधिकरण के सेक्टर-24ए में 50 एकड़ क्षेत्र में पतंजलि ग्रुप अत्याधुनिक दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित कर रहा है, जिसमें 600 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। यह प्लांट दूध, मक्खन, पनीर और चीज का उत्पादन करेगा, जिसे देशभर के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी निर्यात किया जाएगा।
दूध कलेक्शन के लिए गांव-गांव बनेगा नेटवर्क
पश्चिमी उत्तर प्रदेश को दुग्ध उत्पादन का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए, पतंजलि ग्रुप गौतमबुद्धनगर जिले के हर गांव में दूध कलेक्शन सेंटर और ब्लॉक व तहसील स्तर पर चिलिंग सेंटर स्थापित करेगा। यहां से दूध को मुख्य प्लांट तक पहुंचाया जाएगा। दिसंबर 2025 तक उन्नत डेयरी प्लांट में दूध उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा।
65 एकड़ में ऑर्गेनिक सब्जियों की खेती, विदेशों तक होगा निर्यात
फूड एवं हर्बल पार्क में 65 एकड़ क्षेत्र में ऑर्गेनिक सब्जियों की खेती की जाएगी, जिसमें 200 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इसके अलावा, आसपास के गांवों से सब्जियां एकत्र करने के लिए कोल्ड चेन इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया गया है। ये सब्जियां स्थानीय बाजारों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी निर्यात की जाएंगी। इस प्रोजेक्ट के तहत जून 2025 से ऑर्गेनिक सब्जियों का उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा।
वेंडर कंपनियों को 23 एकड़ भूमि पर सब-लीज, 80 कंपनियों ने किया आवेदन
अपने उत्पादों की पैकेजिंग, कार्टन और केमिकल निर्माण जैसी जरूरतों को पूरा करने के लिए पतंजलि ग्रुप वेंडर कंपनियों को 23 एकड़ भूमि पर सब-लीज देगा। इसके लिए 236 भूखंड चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से 80 कंपनियों ने आवेदन किया है। यमुना प्राधिकरण के सीईओ की अध्यक्षता में गठित समिति इन कंपनियों के साक्षात्कार के बाद भूखंडों का आवंटन करेगी।
पतंजलि ग्रुप का औद्योगिक विस्तार, हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार
इस मेगा फूड पार्क की स्थापना से हजारों स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। आधुनिक मशीनरी, उन्नत कृषि तकनीक और वैश्विक स्तर पर उत्पादों के निर्यात के साथ यह प्रोजेक्ट भारतीय उद्योग और कृषि क्षेत्र को नई दिशा देने के लिए तैयार है।