प्लाज्मा थेरेपी से हाइपरएक्यूट लिवर फेलियर से जूझ रही महिला की जान बची, फोर्टिस ग्रेटर नोएडा में सफलता
ग्रेटर नोएडा, 29 जनवरी 2025: फोर्टिस अस्पताल, ग्रेटर नोएडा में प्लाज्मा थेरेपी की मदद से एक 26 वर्षीय महिला की जान बचाई गई, जो हाइपरएक्यूट लिवर फेलियर से जूझ रही थी। इस इलाज ने चिकित्सा क्षेत्र में एक मील का पत्थर स्थापित किया है, जहां समय पर उपचार से गंभीर स्थिति को नियंत्रित किया गया।
हाइपरएक्यूट लिवर फेलियर: एक गंभीर स्थिति
हैपेटाइटिस A संक्रमण के कारण उत्पन्न होने वाली हाइपरएक्यूट लिवर फेलियर एक अत्यधिक गंभीर स्थिति है, जिसमें समय पर इलाज न मिलने पर मरीज की जान को खतरा हो सकता है। फोर्टिस ग्रेटर नोएडा में इसे प्लाज्मा थेरेपी और साइटोसॉर्ब थेरेपी से ठीक किया गया, जिससे मरीज का लिवर और मस्तिष्क दोनों की सूजन में सुधार हुआ।
इलाज की प्रक्रिया
फोर्टिस ग्रेटर नोएडा के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी और हेपेटोबिलरी साइंसेज विभाग की विशेषज्ञ टीम ने मिलकर इस जटिल स्थिति का सफल इलाज किया। डॉ. अपूर्व पांडे, कंसल्टेंट गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट, ने बताया कि “प्लाज्माफेरेसिस और साइटोसॉर्ब थेरेपी के माध्यम से मरीज के खून से हानिकारक तत्वों को हटाया गया, जिससे लिवर और दिमाग की सूजन को ठीक किया गया।”
स्वस्थ होने की ओर बढ़ा मरीज
आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों और गहन देखभाल के बाद मरीज की स्थिति में सुधार हुआ, और वह अब पूरी तरह से स्वस्थ होकर सामान्य जीवन की ओर लौट चुकी हैं।
हेपेटाइटिस A से बचाव के उपाय
हेपेटाइटिस A का संक्रमण संक्रमित पानी और भोजन से फैलता है, और समय पर इलाज न मिलने पर यह लिवर फेलियर का कारण बन सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि स्वच्छता और साफ पानी का सेवन इस संक्रमण से बचने का सबसे प्रभावी उपाय है।
विशेषज्ञों का सुझाव
किसी भी प्रकार के बुखार, उल्टी या कमजोरी के लक्षणों पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, ताकि गंभीर स्थिति से बचा जा सके।