योगी सरकार की मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना से अनाथ बच्चों को मिल रही नई उम्मीद, लाखों बच्चों का जीवन बदल रहा है
कक्षा 12 उत्तीर्ण किशोरों और प्रतियोगी परीक्षा पास छात्रों को भी मिल रही है विशेष सहायता
लखनऊ, 20 जनवरी: उत्तर प्रदेश सरकार ने अनाथ और जरूरतमंद बच्चों के लिए एक नई आशा और सहारा प्रदान करने के उद्देश्य से “उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य)” की शुरुआत की है। अगस्त 2021 में शुरू की गई इस योजना के तहत कोरोना से इतर कारणों से अपने माता-पिता, अभिभावक या संरक्षक को खोने वाले बच्चों को ₹2500 प्रति माह की आर्थिक सहायता दी जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में इस योजना का उद्देश्य बच्चों के समग्र विकास के साथ-साथ उनके भविष्य निर्माण पर भी जोर देना है। विशेषकर 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए यह योजना वरदान साबित हो रही है, क्योंकि ये बच्चे माता-पिता के निधन के बाद आजीविका और शिक्षा के लिए संघर्ष कर रहे थे।
इसके अलावा, 18 से 23 वर्ष के बीच के किशोरों और युवाओं को भी इस योजना के तहत सहायता मिल रही है, जो स्नातक डिग्री या डिप्लोमा प्राप्त करने के इच्छुक हैं। इस योजना के लाभार्थी में वे मेधावी छात्र भी शामिल हैं जिन्होंने नीट, जेईई, क्लैट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 29,029 बच्चों को इस योजना का लाभ मिला है, जिससे यह योजना जनहित में एक प्रभावी और सफल कदम साबित हो रही है।