उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में योगी सरकार का अहम कदम
लखनऊ, 17 जनवरी 2025:
पंजाब, हरियाणा और दिल्ली चैंबर ऑफ कॉमर्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 60 प्रतिशत से अधिक घेरलू यात्राएं धार्मिक स्थलों की होती हैं। धार्मिक पर्यटन न केवल आर्थिक उन्नति के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान में भी इसका अहम योगदान है।
उत्तर प्रदेश, जो धार्मिक दृष्टि से देश-विदेश में अत्यधिक महत्वपूर्ण है, धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अपनी पूरी क्षमता का उपयोग कर रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में प्रदेश में धार्मिक स्थलों के विकास के लिए कई अहम परियोजनाओं पर काम चल रहा है। अयोध्या, मथुरा, चित्रकूट जैसे ऐतिहासिक स्थानों के धार्मिक महत्व को और बढ़ाने के लिए सरकार ने कई योजनाओं की शुरुआत की है।
योगी सरकार ने धार्मिक स्थलों के विकास के लिए बड़े पैमाने पर निवेश किया है। अयोध्या में रामलला के दिव्य मंदिर का निर्माण करीब 2025 तक पूरा हो जाएगा, जिससे अयोध्या एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थल बन जाएगा। इसके साथ ही, काशी में श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण के बाद सालाना आने वाले पर्यटकों की संख्या 10 करोड़ तक पहुंच चुकी है।
यूपी सरकार के प्रयासों से प्रयागराज में महाकुंभ और दीपोत्सव जैसी घटनाओं को एक नई पहचान मिली है। इन आयोजनों से न केवल धार्मिक आस्था को बल मिला है, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिली है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उद्देश्य प्रदेश में धार्मिक पर्यटन के माध्यम से रोजगार के अवसर उत्पन्न करना और राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है।