सावधान! मेडिकल टेस्ट के नाम पर साइबर ठगी के नए तरीके, गौतमबुद्धनगर पुलिस ने जारी की चेतावनी
ग्रेटर नोएडा, 17 जनवरी 2025:
साइबर अपराधियों द्वारा मेडिकल चेकअप के नाम पर ठगी करने के नए तरीके सामने आ रहे हैं। हाल ही में, गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट ने मेडिकल चेकअप के नाम पर साइबर ठगी और ब्लैकमेलिंग की बढ़ती घटनाओं को लेकर आमजन को अलर्ट किया है।
कैसे करते हैं ठगी?
साइबर अपराधी इंटरनेट पर मेडिकल सेवाओं की खोज करने वाले लोगों को अपना निशाना बनाते हैं। एक हालिया मामले में, पीड़ित को वीडियो कॉल के माध्यम से मेडिकल चेकअप का झांसा दिया गया। इसके बाद, पीड़ित के निजी अंगों की जांच के नाम पर वीडियो कॉल के दौरान स्क्रीन रिकॉर्डिंग की गई और उसे ब्लैकमेल करके पैसे वसूलने की कोशिश की गई।
गौतमबुद्धनगर पुलिस की सलाह:
पुलिस ने इस प्रकार की साइबर ठगी से बचने के लिए कुछ प्रमुख सावधानियां जारी की हैं:
1. प्रामाणिकता की जांच करें – किसी भी मेडिकल ऐप या वेबसाइट से सेवा लेने से पहले उसकी प्रामाणिकता की जांच करें।
2. सतर्क रहें – थर्ड-पार्टी मेडिकल सेवाओं से चेकअप के दौरान सतर्क रहें।
3. वेबसाइट की अधिकारिकता की पुष्टि करें – गूगल या अन्य सर्च इंजन पर मेडिकल संबंधित डाटा डालने से पहले वेबसाइट की अधिकारिकता की पुष्टि करें।
4. वीडियो कॉल से बचें – अनजान नंबरों से आने वाली कॉल्स पर वीडियो कॉल के जरिए चेकअप न कराएं।
5. ऑनलाइन मेडिकल चेकअप से बचें – यूरीन टेस्ट या अन्य मेडिकल चेकअप ऑनलाइन कराने से बचें।
6. सोशल मीडिया पर सतर्क रहें – सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वीडियो एड्स के जरिए डाटा शेयर करने से सतर्क रहें।
7. हिस्ट्री साझा न करें – किसी भी प्लेटफॉर्म पर मेडिकल चेकअप की हिस्ट्री साझा न करें।
8. अजनबी डॉक्टरों से बचें – ऑनलाइन अनजान डॉक्टरों या लैब से मेडिकल टेस्ट न कराएं।
साइबर अपराध की शिकायत कैसे करें?
अगर आप साइबर ठगी का शिकार होते हैं, तो तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर जाकर शिकायत दर्ज कराएं।
गौतमबुद्धनगर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी अनजान मेडिकल सेवा या ऑनलाइन चेकअप से बचें। साइबर अपराधियों से बचाव ही आपकी सुरक्षा है।