समस्या-समाधान उपयुक्तता और उत्पाद-बाज़ार उपयुक्तता पर कार्यशाला का आयोजन
नोएडा। आईटीएस इंजीनियरिंग कॉलेज के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (IIC) ने “समस्या-समाधान उपयुक्तता” और “उत्पाद-बाज़ार उपयुक्तता” पर एक रोचक कार्यशाला का आयोजन किया। इस सत्र में पल्पी डाइव प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ और संस्थापक श्री राहुल पांडे ने अपने उद्यमिता और उत्पाद विकास के गहन अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम का उद्घाटन IIC-ITSEC के अध्यक्ष और आईटीएस इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक डॉ. मयंक गर्ग ने प्रेरणादायक संबोधन के साथ किया। उन्होंने छात्रों में नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया।
श्री राहुल पांडे ने कार्यशाला की शुरुआत “समस्या-समाधान उपयुक्तता” की अवधारणा को समझाते हुए की। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि समाधान विकसित करने से पहले लक्षित दर्शकों की समस्याओं को गहराई से समझना आवश्यक है। उन्होंने शुरुआती उत्पाद विकास चरण में विचारों को मान्य करने के व्यावहारिक उपकरण और तकनीक साझा कीं।
“उत्पाद-बाज़ार उपयुक्तता” पर श्री राहुल पांडे ने बताया कि यह सुनिश्चित करना कितना महत्वपूर्ण है कि कोई उत्पाद अपने लक्षित बाज़ार की आवश्यकताओं को पूरा करे। उन्होंने ग्राहकों की प्रतिक्रिया और बाज़ार की मांग के आधार पर उत्पाद को सुधारने की रणनीतियाँ और वास्तविक जीवन के उदाहरण साझा किए।
कार्यशाला का समापन IIC-ITSEC के संयोजक डॉ. राजीव रंजन द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने श्री पांडे का उनके अमूल्य योगदान के लिए आभार व्यक्त किया और छात्रों व शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी की सराहना की।