महाकुम्भ में श्री तपोनिधि आनंद अखाड़े की भव्य छावनी प्रवेश यात्रा, नगरवासियों ने किया स्वागत
प्रयागराज, 6 जनवरी 2025: महाकुम्भ 2025 के आयोजन में श्री तपोनिधि आनंद अखाड़े ने सोमवार को परंपरा अनुसार अपने साधु-संन्यासियों और आचार्य- महामण्डलेश्वर के साथ छावनी प्रवेश किया। भगवान सूर्य की धर्म ध्वजा लेकर इस अखाड़े की भव्य शोभा यात्रा मठ बाघम्बरी गद्दी से शुरू होकर संगम क्षेत्र में प्रवेश की। यात्रा में हाथी, घोड़े और रथों पर सवार नागा संन्यासियों ने बाजे-गाजे के साथ महाकुम्भ मेला क्षेत्र में प्रवेश किया।
श्री तपोनिधि आनंद अखाड़े की यात्रा ने मेला क्षेत्र में जोश और श्रद्धा का माहौल बना दिया।
आनंद अखाड़े की छावनी प्रवेश यात्रा में नगरवासियों और मेला प्रशासन ने पुष्पवर्षा कर साधु-संतों का स्वागत किया। नगरवासियों ने नागा संन्यासियों का दुलर्भ दर्शन किया और आशीर्वाद प्राप्त किया। यात्रा का मार्ग मठ बाघम्बरी गद्दी से शुरू होकर भारद्वाजपुरम, मटियारोड, और अलोपी देवी चौराहे से होते हुए संगम क्षेत्र में प्रवेश किया। यात्रा के दौरान मेला प्रशासन के अधिकारियों ने भी अखाड़े के साधु-संन्यासियों का सम्मान किया।
धर्म ध्वजा और भगवान सूर्य के साथ यात्रा की शोभा
इस यात्रा में सबसे आगे धर्म ध्वजा चल रही थी, उसके बाद नागा संन्यासियों की टोली भगवान सूर्य के विग्रह के साथ चल रही थी। यात्रा के दौरान अखाड़े के आचार्य, महामण्डलेश्वर और मण्डलेश्वर रथों, हाथी और घोड़ों पर सवार होकर यात्रा की शोभा बढ़ा रहे थे। इस यात्रा के साथ अखाड़े के अध्यक्ष शंकरानंद गिरि, आचार्य महामण्डलेश्वर बालकानंद गिरि और अन्य संतों ने मेला क्षेत्र में प्रवेश किया और नगरवासियों को आशीर्वाद दिया।
आनंद अखाड़े की छावनी प्रवेश यात्रा के बाद स्थापित हुआ भगवान सूर्य का मंदिर छावनी प्रवेश के बाद, आनंद अखाड़े के साधु-संन्यासियों ने मंत्रोच्चार के बीच भगवान सूर्य के मंदिर की स्थापना की और सनातन धर्म की रक्षा एवं विश्व कल्याण का संकल्प लिया। साथ ही, भगवान सूर्य और गंगा मईया की जय के उद्घोष के साथ यात्रा का समापन हुआ।