विश्व ध्यान दिवस: शारदा विश्वविद्यालय में ध्यान सत्र का आयोजन, छात्रों और स्टाफ ने जाना ध्यान का महत्व
ग्रेटर नोएडा, 21 दिसंबर 2024: शारदा विश्वविद्यालय के नॉलेज पार्क स्थित कैंपस में विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर एक विशेष ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज और छात्र कल्याण विभाग के संयुक्त प्रयास से आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों और स्टाफ ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
ऑर्ट ऑफ लिविंग के विशेषज्ञ ने बताए ध्यान के लाभ
कार्यक्रम में ऑर्ट ऑफ लिविंग संस्था के प्रतीक राय ने ध्यान के शारीरिक और मानसिक लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ध्यान कोई विलासिता नहीं, बल्कि आज के दौर की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि ध्यान से एकाग्रता, याद्दाश्त और भावनात्मक स्वास्थ्य में सुधार होता है। यह तनाव, अवसाद और नींद से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। प्रतीक राय ने इसे माइंडफुलनेस और सकारात्मक जीवन का मार्ग बताया।
ध्यान: भारतीय परंपरा का अनमोल हिस्सा
सत्र के दौरान, स्कूल ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेज की डीन, डॉ. अन्विति गुप्ता ने ध्यान को भारतीय सभ्यता के वसुधैव कुटुंबकम सिद्धांत का परिचायक बताते हुए इसके महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि ध्यान मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने का एक प्राचीन भारतीय अभ्यास है, जिससे मन-मस्तिष्क को शांति और सुकून मिलता है।
विशेषज्ञों की मौजूदगी ने बढ़ाई गरिमा
कार्यक्रम में छात्र कल्याण विभाग के डीन डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. कपिल दवे, डॉ. रितु चाकू, डॉ. शिवओम आचार्य, शिवम भारद्वाज, आलोक गुप्ता, और अवधेश तोमर सहित विभिन्न विभागों के डीन और एचओडी भी उपस्थित रहे।
यह ध्यान सत्र छात्रों और स्टाफ के लिए मानसिक शांति और स्वास्थ्य के महत्व को समझने का एक अनूठा अवसर साबित हुआ।