गोबर से ग्रीन फ्यूल: ग्रेटर नोएडा की गोशालाओं में नई शुरुआत
“गोवंश के गोबर से बनेगा फ्यूल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को होगी आय, गोशालाओं का होगा समृद्धि”
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की नई पहल: गोबर से बायो सीएनजी प्लांट, दोनों गोशालाओं की देखभाल में होगी मदद
ग्रेटर नोएडा, 09 दिसंबर 2024: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अपनी दो गोशालाओं में गोवंश के गोबर से बायो सीएनजी बनाने का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट शुरू किया है। जलपुरा और पौवारी गोशालाओं में बायो सीएनजी प्लांट लगने से न केवल फ्यूल की प्राप्ति होगी, बल्कि इससे इन गोशालाओं को वित्तीय मदद भी मिलेगी। गोबर से बने बायो सीएनजी को बेचने से प्राप्त आय का उपयोग गोशालाओं के रखरखाव और संचालन में होगा, जिससे गोवंशों की देखभाल में सुधार होगा।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने जलपुरा और पौवारी गोशालाओं को स्व वित्त पोषित बनाने के उद्देश्य से बायो सीएनजी प्लांट लगाने के निर्देश दिए हैं। जलपुरा गोशाला के लिए एस 3 फ्यूल कंपनी का चयन किया गया है, और कंपनी जल्द ही प्लांट लगाने का कार्य शुरू करेगी। इसे बनाने में लगभग 17 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जो कंपनी खुद वहन करेगी। प्लांट की क्षमता प्रतिदिन 50 टन गोबर प्रोसेस करने की होगी, जिससे आसपास के गांवों में सफाई व्यवस्था में भी सुधार होगा।
इस प्रोजेक्ट से प्राधिकरण को 15 वर्षों में लगभग 6.48 करोड़ रुपये की प्राप्ति होने का अनुमान है। पौवारी गोशाला के लिए भी रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल जारी कर दिया गया है, और इस परियोजना की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है।
इस पहल से ना केवल पर्यावरण की रक्षा होगी, बल्कि गोशालाओं की संचालन लागत भी पूरी होगी।