बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार: नोएडा में हजारों लोगों का उबलता आक्रोश, साधु-संतों और जनसमूह का प्रदर्शन
हजारों लोगों ने सरकार से की हस्तक्षेप की मांग, बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों को बताया मानवता के खिलाफ
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में नोएडा में श्री सनातन धर्म रक्षा समिति के तत्वावधान में विशाल विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, इस्कॉन, ब्रह्माकुमारी, आर्य समाज, सिख, जैन, बौद्ध और ईसाई समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ हजारों साधु-संत और स्थानीय लोग शामिल हुए।
विरोध प्रदर्शन के दौरान बांग्लादेश में कट्टरपंथियों द्वारा हिंदुओं, सिखों, बौद्धों और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को मानवता के खिलाफ बताया गया। वक्ताओं ने कहा कि शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद नई कट्टरपंथी सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों पर हिंसा, हत्या, धार्मिक स्थलों को जलाने और घरों को बर्बाद करने की घटनाएं बढ़ रही हैं।
अधिकारियों और धार्मिक नेताओं का आक्रोश
ब्रिगेडियर संजय ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं और इस्कॉन के भक्तों को टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने सीमा पर बढ़ते तनाव और भारत को धमकी देने की घटनाओं पर भी चिंता जताई।
ब्रह्माकुमारी की बहन संध्या ने कहा कि इस अमानवीयता का समाधान आध्यात्मिक जागरूकता से ही संभव है। उन्होंने “वसुधैव कुटुंबकम” के संदेश को अपनाने की अपील की।
देशवासियों को जागरूक करने की अपील
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के प्रचार प्रमुख कृपाशंकर ने कहा, “हमें अपने समाज को जागरूक करना होगा। सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से इस मुद्दे को विश्व स्तर पर उठाना चाहिए। भारत अब जाग चुका है और संघर्ष के लिए तैयार है।” उन्होंने सभी से अपने आसपास के लोगों को संगठित करने और बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों का आत्मबल बढ़ाने की जिम्मेदारी निभाने की अपील की।
शक्ति और शौर्य के लिए आह्वान
महंत आदित्य कृष्ण गिरी ने कहा कि हिंदू समाज को अपने इतिहास से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, “हमें अपने बच्चों को शिवाजी और चंद्रगुप्त की तरह वीर और सशक्त बनाना होगा।” उन्होंने हिंदू समाज को अपनी घटती आबादी और कमजोर स्थिति पर आत्मचिंतन करने की सलाह दी।
भारी संख्या में जनसमूह ने सरकार को सौंपा ज्ञापन
विरोध प्रदर्शन के अंत में भाजपा सांसद डॉ. महेश शर्मा के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया। इस मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता नवाब सिंह नागर भी मौजूद थे। प्रदर्शन में भारी संख्या में महिलाओं और बच्चों ने भी भाग लिया, जो देश के सांप्रदायिक सौहार्द और मानवता के पक्ष में अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे।
यह विरोध प्रदर्शन देशभर में बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों के प्रति बढ़ते अत्याचारों के खिलाफ जनजागरण और सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग का प्रतीक बन गया है।