योग और स्वास्थ्य : पाचन/उदर – समूह के योगासन, बता रहे हैं न्यू गुरु ऋषि वशिष्ठ
☀पाचन/उदर – समूह के योगासन :
☀योग और स्वास्थ्य ☀
☀पाचन/उदर – समूह के योगासन : ☀
पादोत्तानासन:
चरण 2: –
दोनों पैरों को एक साथ उठाकर भी इसको दुहराया जा सकता है, परन्तु जोर न लगायें।
ध्यान रहे इस अभ्यास में अधिक परिश्रम लगता है।
नितम्बों को जमीन से ऊपर न उठायें।
श्वसन-
प्रारम्भिक स्थिति में श्वास लें। पैरों को ऊपर उठाते समय श्वास रोके रखें।
पैरों को नीचे लाते समय श्वास छोड़ें।
सजगता-
पैरों में उत्पन्न खिंचाव तथा पीठ एवं उदर के पेशीय श्रम और पैरों की गति को श्वास-प्रश्वास के साथ समकालित करने पर।
लाभ-
यह आसन उदर की पेशियों को सुदृढ़ बनाता और अंगों की मालिश करता है। यह पाचन तन्त्र, पीठ के निचले भाग, श्रोणीय एवं मूलाधार प्रदेश की पेशियों को सुदृढ़ बनाता और अंग-भ्रंश को ठीक करता है।
अभ्यास टिप्पणी-
प्रत्येक चक्र में पैरों की ऊँचाई को क्रमशः बढ़ाते हुए पादोत्तानासन की पुनरावृत्ति की जा सकती है।
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