“अन्वेषण 2024” छात्र अनुसंधान सम्मेलन में अद्वितीय प्रतिभा का प्रदर्शन, गलगोटियास विश्वविद्यालय में समापन
गलगोटियाज विश्वविद्यालय, 28 नवम्बर 2024:
भारतीय विश्वविद्यालय संघ के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय “अन्वेषण 2024” छात्र अनुसंधान सम्मेलन का शानदार समापन हुआ, जहां देशभर के छात्रों ने नवाचार, शोध और सहयोग का अद्भुत प्रदर्शन किया। सम्मेलन के पहले दिन के पोस्टर प्रेजेंटेशन के बाद, 140 टीमों में से 6 श्रेणियों की 45 से अधिक टीमों ने मौखिक प्रेजेंटेशन के लिए अपनी जगह बनाई।
मुख्य आकर्षण:
– कृषि विज्ञान श्रेणी:
1st: श्री गुरु गोबिंद सिंह त्रिशताब्दी विश्वविद्यालय
2nd: मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज़
3rd: गलगोटियास विश्वविद्यालय
– बेसिक साइंस श्रेणी:
1st: सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा
2nd: शारदा विश्वविद्यालय
3rd: श्री गुरु गोबिंद सिंह त्रिशताब्दी विश्वविद्यालय
– सामाजिक विज्ञान श्रेणी:
1st: ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी
2nd: शारदा विश्वविद्यालय
3rd: लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी
– इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी श्रेणी:
1st: लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी
2nd: श्री गुरु गोबिंद सिंह त्रिशताब्दी विश्वविद्यालय
3rd: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय
– स्वास्थ्य विज्ञान श्रेणी:
1st: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय
2nd: गलगोटियास विश्वविद्यालय
3rd: श्री गुरु गोबिंद सिंह त्रिशताब्दी विश्वविद्यालय
– अंतरविषयक अनुसंधान श्रेणी:
1st: शारदा विश्वविद्यालय
2nd: श्री गुरु गोबिंद सिंह त्रिशताब्दी विश्वविद्यालय
3rd: इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय
विशेष प्रदर्शन:
श्री गुरु गोबिंद सिंह त्रिशताब्दी विश्वविद्यालय ने 5 अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कार जीतकर उत्कृष्टता का परिचय दिया। शारदा विश्वविद्यालय ने 3 श्रेणियों में जीत दर्ज की। वहीं, गलगोटियास विश्वविद्यालय, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने एक-एक श्रेणी में पुरस्कार जीते।
समापन समारोह में प्रमुख विचार:
गलगोटियाज विश्वविद्यालय के सीईओ डॉ. ध्रुव गलगोटिया ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार के अनुसंधान कार्य कल के भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। समापन सत्र में डॉ. अमरेंद्र पाणि (संयुक्त निदेशक, ऑल इंडिया यूनिवर्सिटीज, दिल्ली) ने यह संदेश दिया कि “जीत और हार महत्वपूर्ण नहीं हैं, बल्कि अनुसंधान जैसे विशाल क्षेत्र में भागीदारी अधिक मायने रखती है।”
विशेष रूप से उपस्थित:
– डॉ. मल्लिकार्जुन बाबू (कुलपति, गलगोटियास विश्वविद्यालय)
– डॉ. नितिन गौर (रजिस्ट्रार, गलगोटियास विश्वविद्यालय)
– डॉ. शशि बाला सिंह (पूर्व डीआरडीओ महानिदेशक)
– डॉ. रमा कोमार गिरी (डीन अकादमिक्स, गलगोटियास विश्वविद्यालय)
धन्यवाद ज्ञापन डॉ. धीरज कुमार सिंह (एसोसिएट डीन, रिसर्च, गलगोटियास विश्वविद्यालय) ने दिया।
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