ग्रेटर नोएडा किसान महापंचायत: अधिकारियों के साथ वार्ता बेनतीजा, महापड़ाव के बाद किसान 2 दिसंबर को करेंगे दिल्ली कूच, अब होगी आर पार की लड़ाई : राकेश टिकैत
ग्रेटर नोएडा: आज ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर आयोजित विशाल किसान महापंचायत में देश के वरिष्ठ किसान नेता राकेश टिकैत, हन्नान मौला और दशरथ कुमार ने किसानों की आवाज बुलंद की। हज़ारों की संख्या में किसानों ने हजारों ट्रैक्टर ट्रालियों और वाहनों के साथ महापंचायत में भाग लिया, जिसमें 10% प्लॉट और नए भूमि अधिग्रहण कानून के सभी लाभ दिए जाने की मांग की गई।
संयुक्त किसान मोर्चा के तहत भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) मंच, भाकियू भानु और भाकियू चढूनी समेत कई किसान संगठनों ने इस महापंचायत में भाग लिया। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी ने भी किसानों को समर्थन देते हुए मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ और डीसीपी के साथ हुई वार्ता में किसानों को ठोस आश्वासन नहीं मिलने के बाद किसान नेताओं ने तीन दिन के महापड़ाव और चार दिन के यमुना प्राधिकरण पर प्रदर्शन के बाद 2 दिसम्बर को दिल्ली कूच करने का ऐलान किया है।
किसान नेता सुनील फौजी एडवोकेट ने बताया कि आन्दोलन के प्रमुख मांगों में पुराने कानून के तहत प्रभावित किसानों को 10% प्लॉट और 64.7% बढ़े हुए मुआवजे के साथ-साथ 1 जनवरी 2014 के बाद भूमि अधिग्रहित करने वाले किसानों को बाजार दर का 4 गुना मुआवजा और 20% प्लॉट देने की मांग की गई है। इसके अलावा, सभी भूमिधर और भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार और पुनर्वास के लाभ देने की भी मांग की गई है।
राजस्थान से आए वरिष्ठ किसान नेता दशरथ कुमार की अध्यक्षता में हुई इस सभा में पवन खटाना, अनिल तालान, सुनील फौजी, डॉक्टर रूपेश वर्मा, सुखबीर खलीफा, सोरेन प्रधान, और अन्य किसान नेताओं ने संबोधित किया। आंदोलन में भाकियू किसान मंच, भाकियू अजगर, भाकियू कृषक शक्ति और अन्य संगठनों ने भी भाग लिया और आंदोलन को और मजबूत किया।
हन्नान मौला ने अपने संबोधन में कहा, “मोदी-योगी सरकार किसान विरोधी सरकार है। यह सरकार पूरी नंगई के साथ पूंजीपतियों से रिश्वत लेकर जमीनों और प्राकृतिक संसाधनों को कौड़ियों के दाम पर ट्रांसफर कर रही है।”
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने भी महापंचायत को संबोधित किया और कहा, “यह आंदोलन अब आर-पार का होगा, हम अपनी मांगों को लेकर पीछे नहीं हटेंगे।”
महापंचायत की अध्यक्षता वरिष्ठ किसान नेता दशरथ सिंह ने की, जबकि इसका संचालन उदल आर्य और राजीव मलिक ने किया। किसानों ने 27 नवंबर तक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर महापड़ाव रखने का ऐलान किया है, इसके बाद 28 नवंबर से 1 दिसंबर तक यमुना प्राधिकरण पर महापड़ाव होगा। 2 दिसंबर को दिल्ली कूच की योजना बनाई गई है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने साफ किया है कि जब तक किसानों के लिए 10% आबादी प्लॉट, नए भूमि अधिग्रहण कानून के सभी लाभ और हाई पावर कमेटी की सिफारिशें लागू नहीं होतीं, आंदोलन और तेज होगा।
किसान संगठनों ने इस राष्ट्रीय स्तर के आंदोलन के माध्यम से किसानों के हक में ठोस निर्णय तक संघर्ष जारी रखने की शपथ ली है।