पालतू कुत्तों के मालिकों की लापरवाही: हमलावर कुत्ते ने 3 साल की बच्ची पर किया हमला, बच्ची हुई घायल
पालतू कुत्ते का आतंक: 3 साल की बच्ची पर हमला, पेट और पैर पर किया घायल
ग्रेटर नोएडा के सेक्टर एक्सयू-3 में शुक्रवार की शाम एक दर्दनाक घटना घटी, जब एक पालतू कुत्ते ने पार्क में खेल रही तीन साल की बच्ची पर हमला कर दिया। इस हमले में बच्ची के पेट और पैर पर गंभीर चोटें आई हैं। बच्ची की चीख-पुकार सुनकर मौके पर मौजूद लोगों ने कुत्ते को भगाकर किसी तरह बच्ची को बचाया।
खेलते समय हुआ हमला
सेक्टर एक्सयू-3 के निवासी हरि श्याम ठाकुर ने बताया कि सूरज नामक व्यक्ति अपने परिवार के साथ सेक्टर में रहते हैं। उनकी तीन साल की बेटी रोज की तरह शुक्रवार शाम करीब पांच बजे सेक्टर के पार्क में खेलने गई थी। इसी दौरान एक पालतू कुत्ते ने अचानक बच्ची पर हमला कर दिया।
कुत्ते ने बच्ची के पेट और पैर पर काटते हुए उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। बच्ची दर्द से चीखने लगी, जिससे आसपास मौजूद लोग तुरंत वहां पहुंचे और कुत्ते को किसी तरह से भगाकर बच्ची को बचाया।
पहले भी हो चुके हैं हमले
हरि श्याम ठाकुर ने बताया कि यह पहली घटना नहीं है जब सेक्टर के पालतू कुत्तों ने किसी पर हमला किया हो। उन्होंने कहा कि सेक्टर में पहले भी कई बार पालतू कुत्ते लोगों को निशाना बना चुके हैं। इस बार घटना के शिकार एक मासूम बच्ची हुई है, जिससे पूरे सेक्टर में भय और नाराजगी का माहौल है।
बच्ची का इलाज जारी, परिजन चिंतित
हमले के बाद बच्ची को तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची के घाव गहरे हैं, लेकिन खतरे से बाहर है। बच्ची के माता-पिता इस घटना से बेहद सदमे में हैं और उन्होंने सेक्टर में कुत्तों के बढ़ते खतरे को लेकर चिंता जाहिर की है।
सेक्टरवासियों की बढ़ती नाराजगी
सेक्टरवासियों ने इस घटना के बाद पालतू कुत्तों के मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि पालतू कुत्तों को सार्वजनिक स्थलों पर खुला छोड़ने वाले मालिकों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की कि ऐसे कुत्तों को पार्कों में आने से रोका जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को टाला जा सके।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से निवासियों ने अपील की है कि पालतू कुत्तों पर नियंत्रण के लिए सख्त नियम बनाए जाएं और ऐसे मामलों में जल्द कार्रवाई की जाए। इस घटना ने सेक्टर के अन्य निवासियों को भी सतर्क कर दिया है, और लोग अपने बच्चों को अब पार्क में अकेले भेजने से डरने लगे हैं।