ग्रेटर नोएडा में बिजली चोरी का बड़ा खुलासा: 96 पर मुकदमा, 150 से ज्यादा संदिग्धों के ठिकानों पर छापे
ग्रेटर नोएडा में बिजली चोरी के खिलाफ एनपीसीएल पावर कंपनी की विजिलेंस टीम का सख्त अभियान जारी है। गुरुवार को 8 गांवों और सेक्टरों में छापेमारी के दौरान बड़े पैमाने पर बिजली चोरी पकड़ी गई। ऐमनाबाद गांव में 4 दुकानों और 40 कमरों को चोरी की बिजली से रोशन किया जा रहा था। सेक्टर ओमिक्रॉन-3 समेत अन्य क्षेत्रों में भी बिजली चोरी की पुष्टि हुई। कुल 454 किलोवाट की बिजली चोरी पकड़ी गई और 96 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
ऐमनाबाद में 27 किलोवाट का अवैध लोड:
एनपीसीएल के प्रवक्ता मनोज झा ने बताया कि एडवांस डेटा एनालिसिस के जरिए संदिग्ध उपभोक्ताओं की पहचान की गई थी। ऐमनाबाद गांव में नीतीश भाटी के परिसर में 27 किलोवाट का अवैध लोड जोड़कर 40 कमरे और 4 दुकानों को चोरी की बिजली से रोशन किया जा रहा था।
साकीपुर और कासना में भी बड़े मामले:
साकीपुर गांव में देवेंद्र भाटी द्वारा 10 किलोवाट का लोड जोड़कर किराएदारों को बिजली दी जा रही थी। कासना मढ़ैया में रामपाल के घर पर मीटर बायपास कर 40 किलोवाट का लोड जोड़ा गया था।
कुलेसरा में डी-हुकिंग से बिजली चोरी:
कुलेसरा क्षेत्र के संजय विहार कॉलोनी में डी-हुकिंग के जरिए बड़े पैमाने पर बिजली चोरी पकड़ी गई। यहां से भारी मात्रा में बिजली के केबल जब्त किए गए।
लाखों का जुर्माना, सख्त कार्रवाई:
विजिलेंस टीम ने डाबरा, ईशेपुर, जीपुरा, साकीपुर, ऐमनाबाद, शफीपुर और चाई-3 सहित अन्य इलाकों में 150 से ज्यादा संदिग्ध उपभोक्ताओं की जांच की। कुल 454 किलोवाट बिजली चोरी पकड़ने के बाद आरोपियों पर लाखों रुपये का जुर्माना लगाया गया है। 96 के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है, और विभाग ने सख्त कदम उठाने के संकेत दिए हैं।
बिजली चोरी रोकने का अभियान तेज:
एनपीसीएल का कहना है कि बिजली चोरी पर अंकुश लगाने के लिए यह अभियान जारी रहेगा। तकनीकी और सटीक डेटा एनालिसिस के जरिए ऐसे मामलों की निगरानी की जा रही है।