गलगोटिया विश्वविद्यालय में “एक्टिव लर्निंग” भवन का उद्घाटन: अब कक्षा में कोई बैकबेंचर नहीं होगा
नई दिल्ली, 19 नवंबर 2024:
गलगोटिया विश्वविद्यालय में आज एक्टिव लर्निंग भवन का उद्घाटन किया गया, जो छात्रों के सर्वांगीण विकास और समग्र शिक्षा पर जोर देने के लिए तैयार किया गया है। इस बहुमंजिला भवन में अत्याधुनिक समार्ट क्लासरूम और सहयोगी शिक्षा के लिए डिज़ाइन की गई सुविधाएं छात्रों को एक नई और उन्नत शिक्षा अनुभव प्रदान करेंगी।
इस खास मौके पर गलगोटिया विश्वविद्यालय ने नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (NTU), सिंगापुर के साथ मिलकर एक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया, जिसमें क्यूएस, टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) और अन्य प्रतिष्ठित वैश्विक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस आयोजन का उद्देश्य 21वीं सदी के शिक्षण और अधिगम के नए दृष्टिकोणों का अन्वेषण करना था, जिसमें सक्रिय शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र, तकनीकी एकीकरण, और अंतर्विषयक शिक्षा पर जोर दिया गया।
गलगोटिया विश्वविद्यालय के चांसलर श्री सुनील गलगोटिया ने इस पहल को शैक्षिक ढांचे में महत्वपूर्ण बदलाव बताते हुए कहा कि, “हम जो बीज आज बोते हैं, वह कल संभावनाओं के एक बड़े जंगल में बदल जाएंगे।”
डॉ. ध्रुव गलगोटिया, विश्वविद्यालय के सीईओ ने भी इस अवसर पर कहा, “यह सम्मेलन हमारे शैक्षिक अनुभव को फिर से परिभाषित करने का कदम है, जो पारंपरिक और आधुनिक शिक्षा के बीच की खाई को पाटेगा।”
इस कार्यक्रम में नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (NTU) के प्रोफेसर गण ची लिप, मेलबर्न विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रिचर्ड जेम्स, और अन्य अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने अपनी प्रेरक विचारधाराओं से सम्मेलन को समृद्ध किया। प्रोफेसर इयान डिक्सन और डॉ. हो शेन योंग ने भी अपनी चर्चाओं के जरिए शिक्षा और संस्कृति में नवाचार पर गहरी बातें साझा की।
गलगोटिया विश्वविद्यालय का यह कदम शिक्षा के क्षेत्र में प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो भारत को वैश्विक शिक्षा के मानकों के अनुरूप एक स्मार्ट और प्रेरित कार्यबल तैयार करने में मदद करेगा।
#ActiveLearning #GalgotiaUniversity #SmartClassrooms #EducationalInnovation #GlobalLearning #FutureOfEducation #EdTech