योग गुरु ऋषि वशिष्ठ ने सूर्य मुद्रा से स्वास्थ्य लाभ के बारे में दी महत्वपूर्ण जानकारी
योग और स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रसिद्ध योग गुरु ऋषि वशिष्ठ ने सूर्य मुद्रा के बारे में जानकारी दी है, जो हमारे शरीर के पृथ्वी और अग्नि तत्वों को संतुलित करने में मदद करती है। यह मुद्रा व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक ऊर्जा प्रदान करने में सहायक है।
सूर्य मुद्रा:-
सूर्य मुद्रा एक योग मुद्रा है, जो शरीर के पांच तत्वों में संतुलन बनाए रखने के लिए की जाती है। इस मुद्रा में *अंगूठे* और *अनामिका अंगुली* को मिलाया जाता है, जिससे पृथ्वी और अग्नि तत्वों का सामंजस्य स्थापित होता है।
कैसे करें सूर्य मुद्रा:-
1. सबसे पहले, पद्मासन या किसी भी ध्यान मुद्रा में बैठें।
2. अंगूठे और अनामिका अंगुली को मिलाकर, अनामिका के शीर्ष को अंगूठे से दबाएं।
3. आंखें बंद रखें और 10 से 15 मिनट तक इसी स्थिति में स्थिर रहें।
सूर्य मुद्रा के लाभ:-
– यह मुद्रा शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है, जिससे व्यक्ति ऊर्जावान और सक्रिय महसूस करता है।
– सर्दी, खांसी, और जुकाम से राहत मिलती है।
– मोटापा, धुलथुलापन और शरीर में भारीपन को कम करती है।
– मधुमेह (Diabetes) को नियंत्रित करने में सहायक है।
– यह कफ, प्लूरिसी, अस्थमा, निमोनिया, साइनस, और टीबी जैसे रोगों में भी लाभकारी है।
– खासतौर पर सर्दी से प्रभावित लोगों को तुरंत फायदा मिलता है।
योग गुरु ऋषि वशिष्ठ ने बताया कि यह सरल लेकिन प्रभावी योग मुद्रा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। नियमित अभ्यास से न केवल स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि यह तनाव और थकान को भी दूर करता है।
संपर्क सूत्र:-
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📞 9259257034
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