जज ने पुलिस चौकी में घुसकर बचाई जान, सुंदर भाटी गैंग पर पीछा करने का आरोप
अलीगढ़। कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी और उसके गुर्गों को आजीवन कारावास की सजा सुनाने वाले जज डॉक्टर अनिल कुमार पर जानलेवा खतरा मंडरा गया। 29 अक्टूबर की रात, जब जज अनिल कुमार अपनी कार से नोएडा जा रहे थे, तभी पांच बदमाशों ने उनकी कार का पीछा किया। घटना खैर थाना क्षेत्र के हाइवे पर घटी, जहां बोलेरो जीप सवार बदमाशों ने जज की कार को रोकने का प्रयास किया और उन्हें असलहे दिखाकर धमकाने की कोशिश की। खुद को खतरे में देख जज अनिल कुमार ने तुरंत सोफा पुलिस चौकी पहुंचकर अपनी जान बचाई।
जज अनिल कुमार, जो वर्तमान में फर्रुखाबाद में विशेष न्यायाधीश (ईसी एक्ट) के पद पर तैनात हैं, ने घटना के पीछे सुंदर भाटी गैंग का हाथ होने का संदेह जताया है। 9 नवंबर को जज ने इस संबंध में खैर थाने में शिकायत दर्ज करवाई। मामले की गंभीरता को देखते हुए अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है और हाइवे के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
एसएसपी के मीडिया प्रभारी ने बताया कि घटना के छह दिन पहले ही सुंदर भाटी सोनभद्र जेल से रिहा हुआ था और जज अनिल कुमार को पीछा किए जाने की घटना 29 अक्टूबर की रात करीब 8 बजे हुई। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि घटना के समय सुंदर भाटी की लोकेशन कहां थी, लेकिन अलीगढ़ में सुंदर भाटी गैंग का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। पुलिस ने बताया कि बोलेरो गाड़ी का पूरा नंबर नहीं मिल पाने के कारण उसे ट्रेस करना मुश्किल हो रहा है।
गौरतलब है कि जज अनिल कुमार ने सपा नेता हरेंद्र नागर और उसके गनर की हत्या के मामले में तत्कालीन जज अनिल कुमार ने सुंदर भाटी को 2021 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद गत 23 अक्टूबर को सोनभद्र जेल से वह रिहा हुआ था। इसके दिन बाद 29 अक्टूबर को जज की गाड़ी का पीछा किए जाने की घटना सामने आई थी। पुलिस जांच में पता चला कि जज की गाड़ी का पीछा करने वाली बोलेरो का नंबर अलीगढ़ का है। सफेद रंग की इस गाड़ी का पूरा नंबर नहीं मिल पाने की वजह से गाड़ी ट्रेस नहीं हो पाई है। पुलिस हाइवे पर लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिये छानबीन कर रही है।