10% प्लॉट और नए भूमि अधिग्रहण कानून के लाभ सुनिश्चित करने के लिए 25 नवंबर को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर किसान महापंचायत का ऐलान
ग्रेटर नोएडा, गौतमबुद्ध नगर – 9 नवंबर 2024: संयुक्त किसान मोर्चा ने 25 नवंबर को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सामने विशाल किसान महापंचायत आयोजित करने की घोषणा की है। इस महापंचायत का उद्देश्य 10% प्लॉट, मुआवजा बढ़ोतरी, पुनर्वास, और रोजगार के मुद्दों को लेकर किसानों के हक को सुनिश्चित करना है। किसान संगठनों की कार्यसमिति की बैठक नोएडा के सेक्टर 70 स्थित व्हाइट पैलेस फार्म हाउस में हुई, जिसमें 10 प्रमुख किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
किसानों की लंबी लड़ाई और सरकारी वादों से असंतोष नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यीडा प्राधिकरण के साथ-साथ बुलंदशहर और गाजियाबाद के प्राधिकरणों के अलावा यूपीसीडा, एनटीपीसी, एनएचएआई, रेलवे, और विभिन्न बिल्डर परियोजनाओं से प्रभावित गौतमबुद्ध नगर के किसान लंबे समय से 10% प्लॉट, बाजार दर के चार गुना मुआवजे, और पुनर्वास की मांग कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि 1 जनवरी 2014 को लागू हुए नए भूमि अधिग्रहण कानून के बावजूद उन्हें उचित लाभ नहीं मिल पा रहे हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान संगठनों की हुंकार संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से भारतीय किसान यूनियन (टिकैत), भारतीय किसान सभा, जय जवान जय किसान मोर्चा, भारतीय किसान परिषद, भाकियू (महात्मा टिकैत), भाकियू (कृषक शक्ति), भाकियू (अजगर), किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा, किसान एकता संघ, और सिस्टम सुधार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्षों और पदाधिकारियों ने महापंचायत में हजारों किसानों के साथ शामिल होने की घोषणा की है।
पुराने समझौतों में भेदभाव, किसानों का बढ़ता असंतोष किसानों ने कई बार सरकारी संस्थानों के साथ समझौते किए, लेकिन उनमें भेदभाव बरता गया। किसान संगठन इस बात पर एकमत हैं कि उन्हें दशकों से वांछित लाभ नहीं मिल पाए हैं। 11 वर्षों से अधिक समय बीत जाने के बावजूद प्रभावित किसानों को उनके अधिकार नहीं मिले हैं, जिस कारण वे इस बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।
महापंचायत को व्यापक जनसमर्थन का आह्वान किसान संगठनों ने यह भी स्पष्ट किया है कि जो भी अन्य किसान संगठन इस आंदोलन में शामिल होना चाहते हैं, उन्हें नियमानुसार शामिल किया जाएगा। सभी राजनीतिक दल जो इस मुद्दे को विधान सभा और लोकसभा में उठाना चाहते हैं, उनका स्वागत किया जाएगा, लेकिन महापंचायत में मंच साझा नहीं किया जाएगा।
किसानों के बीच जनजागरण अभियान का रोडमैप किसान संगठनों ने 10 से 20 नवंबर तक अपने-अपने प्रभावित क्षेत्रों में जनजागरण अभियान चलाने की योजना बनाई है। अभियान के दौरान साप्ताहिक समीक्षा बैठकें भी होंगी और सभी संगठनों के नेता मिलकर आंदोलन की दिशा और रणनीति तय करेंगे। इस जनजागरण अभियान के माध्यम से 25 नवंबर की महापंचायत को सफल बनाने का प्रयास किया जाएगा।
किसानों का संकल्प: हक की लड़ाई जारी रहेगी संयुक्त किसान मोर्चा ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।