फेसबुक ग्रुप “शब्दसिंधु अंतर्मन” का दूसरा स्थापना दिवस: पंकज सक्सेना ने किया “मन की कसक” का अनावरण
8600 सदस्यों के साथ साहित्य मंच पर मजबूत उपस्थिति, हिंदी साहित्य को मिल रहा नया आयाम
ग्रेटर नोएडा। फेसबुक पर साहित्य प्रेमियों के बीच लोकप्रिय ग्रुप ‘शब्दसिंधु अंतर्मन’ ने अपने दूसरे स्थापना दिवस के अवसर पर साझा संकलन पुस्तक “मन की कसक” का ऑनलाइन विमोचन किया। पुस्तक का अनावरण जनसंपर्क के जाने-माने विशेषज्ञ और शब्दसिंधु के वरिष्ठ सदस्य पंकज सक्सेना ने किया। इस कार्यक्रम में ग्रुप के अन्य एक्सपर्ट्स जैसे लीला तिवानी (ऑस्ट्रेलिया), जय सिंह भारद्वाज, हरकीरत सिंह ढींगरा और पूजा मनोज अग्रवाल ने भी विशेष सहयोग दिया।
“मन की कसक” में ग्रुप से जुड़े 66 लेखकों की चुनी हुई हिंदी कहानियों का संग्रह है, जो इस साहित्यिक मंच पर साझा लेखन के माध्यम से हिंदी साहित्य को नया आयाम दे रहा है। मंच की स्थापना 5 नवंबर 2022 को स्वाति भटनागर अग्रवाल ने की थी, जिनका उद्देश्य कंटेंट राइटिंग में रुचि रखने वाली महिलाओं को हिंदी में अपनी अभिव्यक्ति का अवसर देना था।
धीरे-धीरे यह मंच 8600 सदस्यों के साथ मजबूत हुआ और आज इसमें देश-विदेश के कई सदस्य जुड़े हुए हैं। मंच की सशक्त ऐडमिन टीम, जिसमें नीतिका गुप्ता, विनीता शर्मा, अनिता सिंह तोमर, स्नेहा शुक्ला, पुष्पा ठाकुर, अनु अग्रवाल और पत्रकार एवं ग्राफिक डिजाइनर सुरेश कुमार शामिल हैं, स्वाति अग्रवाल के साथ मंच की व्यवस्थाओं का कुशल संचालन करती है।
इस अवसर पर फाउंडर स्वाति भटनागर और ऐडमिन टीम ने सभी सदस्यों और पाठकों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने शब्दसिंधु को इस मुकाम तक पहुंचाने में अपना योगदान दिया। मंच न केवल हिंदी लेखन को प्रोत्साहित कर रहा है, बल्कि लेखन प्रतियोगिताओं और चैलेंजेस के माध्यम से सदस्यों की प्रतिभा को निखारने का कार्य भी कर रहा है।