मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ: यूपी की पहचान बदलने का हुआ आगाज़, निवेश और सुरक्षा का नया दौर
लखनऊ, 29 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि साढ़े सात वर्ष पहले प्रदेश की पहचान दंगों, माफिया और भ्रष्टाचार के कारण संकट में थी। आज प्रदेश ने अपनी पहचान को बदलते हुए एक सुरक्षित और निवेश के अनुकूल वातावरण स्थापित किया है। मुख्यमंत्री ने ये बातें गोमतीनगर स्थित होटल ताज में एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन में कही।
पहले माफिया का राज, अब सुरक्षा का माहौल
सीएम ने बताया कि पहले उत्तर प्रदेश में गुंडागर्दी और अराजकता चरम पर थी, जिससे त्योहारों के समय लोगों में भय व्याप्त रहता था। लेकिन अब प्रदेश में दंगे और अराजकता समाप्त हो चुकी है। उन्होंने कहा, “आज कोई भी माफिया और अपराधी कानून से खिलवाड़ नहीं कर सकता। अगर कोई ऐसा सोचता है, तो कानून उसकी गर्दन पकड़ने को तैयार है।”
निवेश का नया युग
मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले वर्ष ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में उत्तर प्रदेश को 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इनमें से 12 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं की ग्राउंड ब्रेकिंग हो चुकी है। उन्होंने कहा, “यह केवल निवेश नहीं है, बल्कि प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसरों का रास्ता भी खोलता है।”
युवाओं को मिल रहे हैं रोजगार के अवसर
सीएम ने कहा कि पिछले साढ़े सात वर्षों में सात लाख सरकारी नौकरियां दी गई हैं, और करोड़ों युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराया गया है। “आज प्रदेश के युवा नौकरी के लिए भटकने वाले नहीं, बल्कि रोजगार के अवसर प्रदान करने वाले बन गए हैं,” उन्होंने कहा।
धनतेरस और दीपोत्सव की शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश का एक गौरवशाली इतिहास रहा है, जिसमें पर्व और त्योहार शामिल हैं। उन्होंने भगवान धन्वंतरि का जिक्र करते हुए कहा कि उनका जन्म वाराणसी में हुआ था, और अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन 500 वर्षों के बाद होगा।
अंत में, मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को धनतेरस और दीपोत्सव की शुभकामनाएं दी, और उम्मीद जताई कि सभी प्रदेश के विकास में योगदान देंगे।