महाकुंभ 2025: योगी सरकार का स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान, 10 लाख ओपीडी और 10 हजार आईपीडी की क्षमता वाले हाईटेक अस्पताल तैयार
प्रयागराज, 27 अक्टूबर: महाकुंभ 2025 में योगी सरकार श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य और सुविधा को प्राथमिकता देते हुए व्यापक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने की तैयारी में जुटी है। सरकार ने 15 दिसंबर तक सभी व्यवस्थाएं पूर्ण करने का लक्ष्य तय किया है, ताकि महाकुंभ के दौरान किसी भी श्रद्धालु को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी न हो। विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक्सरे, एमआरआई, और लैब टेस्ट जैसी सुविधाएं भी अस्थाई हाईटेक अस्पतालों में उपलब्ध कराई जाएंगी।
सरकार ने 10 लाख ओपीडी और 10 हजार आईपीडी की क्षमता वाले स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना की तैयारी कर ली है। इसके अलावा, रायबरेली एम्स के चिकित्सकों की टीम भी महाकुंभ में श्रद्धालुओं की देखभाल के लिए मौजूद रहेगी। इस अभियान को साकार करने के लिए सरकार ने 77.5 करोड़ रुपये से अधिक के 43 प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया है।
हर प्रकार की जांच के लिए विशेष इंतजाम संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य), वी.के. मिश्र के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की टीम दिन-रात काम में जुटी है। परेड ग्राउंड में 100 बेड का अस्पताल तैयार किया जा रहा है, जहां श्रद्धालुओं के लिए एक्सरे, एमआरआई, और लैब टेस्ट जैसी सुविधाएं रहेंगी। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर प्रकार की स्वास्थ्य जांच और उपचार की सुविधा आसानी से उपलब्ध हो।
प्रमुख अस्पतालों का अपग्रेडेशन जारी महाकुंभ की तैयारी में सरकार ने सभी प्रमुख अस्पतालों को अपग्रेड करने का काम शुरू कर दिया है। संयुक्त निदेशक का कहना है कि महाकुंभ में एक भी श्रद्धालु को कोई स्वास्थ्य समस्या न हो, इसके लिए सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं।
योगी सरकार का यह कदम महाकुंभ को सुरक्षित और स्वास्थ्यपूर्ण बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है, ताकि श्रद्धालु इस सांस्कृतिक महोत्सव में निर्बाध रूप से भाग ले सकें।