योगी सरकार का बड़ा कदम: ग्रेटर नोएडा में इंस्टीट्यूशनल प्लॉट्स के लिए ई-ऑक्शन की योजना
लखनऊ, 23 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने ग्रेटर नोएडा के समेकित विकास की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के अनुसार, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने विभिन्न सेक्टर्स में इंस्टीट्यूशनल प्लॉट्स के लिए ई-ऑक्शन की नई स्कीम का ऐलान किया है।
24 अक्टूबर से शुरू होगी आवेदन प्रक्रिया
इस योजना के तहत, ग्रेटर नोएडा के केपी-05, एमयू, सेक्टर 10, ईटीए-02, केपी-01 और टेकजोन-4 में 13 इंस्टीट्यूशनल प्लॉट्स के लिए आवेदनकर्ताओं से करोड़ों की बोली लगाई जा सकेगी। आवेदन प्रक्रिया 24 अक्टूबर से शुरू होगी। इस स्कीम के जरिए हायर सेकेंडरी स्कूल, हॉस्पिटल, नर्सिंग होम, पैरामेडिकल और ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, वोकेशनल ट्रेनिंग तथा एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस की स्थापना हो सकेगी।
170 करोड़ के रिजर्व प्राइस वाले प्लॉट्स की पेशकश
इस योजना के तहत कुल 170 करोड़ रुपए के रिजर्व प्राइस वाले प्लॉट्स के आवंटन का मार्ग प्रशस्त होगा। प्लॉट्स का क्षेत्रफल 1000 से 10,005 स्क्वायर मीटर के बीच होगा और उनका रिजर्व प्राइस 2.99 करोड़ से 35.17 करोड़ रुपए तक होगा।
हॉस्पिटल और एजुकेशनल इंस्टीट्यूट की स्थापना का अवसर
ई-ऑक्शन स्कीम के तहत, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा पेश किए गए बड़े प्लॉट्स पर हॉस्पिटल और एजुकेशनल इंस्टीट्यूट की स्थापना का अवसर मिलेगा। इस योजना के तहत 2 हॉस्पिटल, 1 नर्सिंग होम और 6 एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स की स्थापना संभव है।
नवंबर में पूरी होगी ई-ऑक्शन प्रक्रिया
ई-ऑक्शन की प्रक्रिया नवंबर में पूरी की जाएगी, जिसमें 43 कमर्शियल शॉप्स, ऑफिस, ढाबा और कियोस्क के प्लॉट्स के आवंटन की भी योजना है। यह स्कीम 10.40 से 400 स्क्वायर मीटर क्षेत्रफल वाले प्लॉट्स के आवंटन को लेकर होगी, जिसकी कुल लागत 13.65 लाख से 2.57 करोड़ रुपए के बीच निर्धारित है।
योगी सरकार का यह कदम ग्रेटर नोएडा के विकास में नई संभावनाएं खोलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।