श्री सनातन धर्म रामलीला समिति, नोएडा: दर्शकों में दिखा लंका दहन का रोमांच, हनुमान जी की हुई जय-जयकार
नोएडा, 09 अक्टूबर 2024: श्री सनातन धर्म रामलीला समिति ने पिछले 39 वर्षों से रामलीला का मंचन करते आ रहे हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में आज लंका दहन का दृश्य प्रस्तुत किया गया।
हनुमान जी वानरों के साथ सुग्रीव के पास जाते हैं, जहां सुग्रीव हनुमान जी को भेस बदलकर मिलने का आदेश देते हैं। हनुमान जी राम और लक्ष्मण से विप्र रूप में मिलते हैं और दोनों एक-दूसरे को पहचान लेते हैं। हनुमान जी सुग्रीव से मित्रता कर कंधे पर बैठाकर वहां से निकल पड़ते हैं।
राम और सुग्रीव में मित्रता होती है, जिसमें सुग्रीव अपने कष्ट को राम जी को बताते हैं। राम जी सुग्रीव को बाली से युद्ध करने का आदेश देते हैं। बाली तारा आसन पर बैठे हैं, तभी सुग्रीव उनके पास जाकर दोनों में युद्ध होता है। राम जी बाण से बाली पर प्रहार करते हैं और बाली मारा जाता है, जिससे सुग्रीव को अपना राज्य मिल जाता है।
काफी समय बीत जाने के बाद, सुग्रीव अपने भोग विलास में लिप्त होते हैं। लक्ष्मण क्रोध में दरबार में जाकर सुग्रीव को अपना धर्म याद दिलाते हैं। इसके बाद सुग्रीव सारी सेना के साथ राम जी के पास पहुंचता है। लंका की खोज शुरू होती है। हनुमान जी समुद्र किनारे होते हैं, तभी जामवंत द्वारा उनकी शक्ति को याद दिलाया जाता है, जिससे हनुमान जी अकेले लंका की ओर उड़ान भरते हैं।
हनुमान जी को सुरसा और लंकिनी मिलती हैं, फिर राम की आवाज सुनकर विभीषण जी से मिलते हैं, जो उन्हें अशोक वाटिका का रास्ता बताते हैं। अशोक वाटिका में सीता त्रिजटा के साथ बैठी होती हैं। रावण, मंदोदरी के साथ आता है और सीता को एक महीने में बात न मानने पर मृत्युदंड देने की बात कहकर चला जाता है। हनुमान जी सीता को राम जी की अंगूठी दिखाते हैं और अशोक वाटिका उजाड़ने लगते हैं। वहां राक्षसों से लड़ते हैं और अक्षय कुमार का वध करते हैं।
रावण दरबार में हनुमान जी को बंदी बना लिया जाता है। रावण के आदेश पर हनुमान जी की पूंछ में आग लगाई जाती है, जिसके बाद लंका का दहन होता है। अंत में हनुमान जी राम जी के पास लौटते हैं।
कार्यक्रम में टी एन गोविल, टी एन चौरसिया, सुशील भारद्वाज, संजय बाली महासचिव, अल्पेष गर्ग, मनोज शर्मा, अतुल मिततल, अनुज गुप्ता, मलय वशिष्ठ, आदित्य चैरसिया, आशीष जिंदल, अतुल मिश्रा, राहुल बाली, नीरज शर्मा, कुलभूषण बाली, प्रवेश जैन, श्रेयस चतुर्वेदी, आलोक अग्रवाल, सन्नी अग्रवाल, मित्रा शर्मा, विपिन बंसल, विनय शर्मा, पवन कुमार, पीयूष रस्तोगी, शान सिंह, हरबीर यादव, अंकित मित्तल, अनिल भूषण, सोनू जिंदल, उदय जैन, आदि प्रभु श्रीराम के भक्तगण उपस्थित रहे।