यूपी के वन ट्रिलियन डॉलर की दिशा में निरंतर बढ़ते कदम, यूपीआईटीएस निभा रहा महत्वपूर्ण भूमिका
2023 में पहले संस्करण की तुलना में और भी अधिक वृहद और सफल रहा यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2024
पांच दिवसीय मेगा इवेंट के दौरान 5.5 लाख लोगों ने किया इंडिया एक्सपो मार्ट का भ्रमण
4.25 लाख से ज्यादा बी2बी और बी2सी विजिटर्स ने ट्रेड शो के दौरान कांफ्रेंस में लिया हिस्सा
70 अधिक देशों के 500 से अधिक विदेशी बायर्स ने देखी उत्तर प्रदेश के उद्यमियों की ताकत
यूपी के अलग अलग जिलों से 350 उद्यमियों ने प्रस्तुत किया एक जिला एक उत्पाद
ट्रेड शो के दौरान बिजनेस इंक्वायरी और लीड के माध्यम से हुई 10,000 करोड रुपए की कमाई
2017 के पहले सरकारों ने की उद्यमियों के सामर्थ्य की अनदेखी, प्रोत्साहन के लिए नहीं उठाया कदम
इंटरनेशनल ट्रेड शो और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट जैसा एक भी आयोजन करने में असमर्थ रहीं पूर्व की सरकारें
उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो से यूपी के उद्यमियों और उद्योगों को मिला ग्लोबल बाजार
विदेशी बायर्स की मौजूदगी से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रांड यूपी को मिली सशक्त पहचान
प्रदेश के आर्थिक विकास और रोजगार सृजन की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा इवेंट
पार्टनर कंट्री वियतनाम के शामिल होने से इंटरनेशनल ट्रेड शो की इंटरनेशनल अपील को और मिली मजबूती
लखनऊ, 2 अक्टूबर। 5.5 लाख टोटल फुटफॉल, 4.25 लाख से अधिक बी2बी और बी2सी विजिटर्स, 70 से अधिक देशों के 500 से ज्यादा विदेशी बायर्स की उपस्थिति और 10 हजार करोड़ रुपए की कमाई। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में 25 से 29 सितंबर तक आयोजित यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो की यह फैक्ट शीट दिखाती है कि इस आयोजन ने उत्तर प्रदेश के उद्यमियों और यहां के उत्पादों के लिए एक ग्लोबल मार्केट की राह आसान कर दी है। पहले संस्करण के बाद दूसरे संस्करण की इस ऐतिहासिक सफलता ने ‘ब्रांड यूपी’ की इमेज को ग्लोबल लेवल पर स्थापित कर दिया है। बड़ी संख्या में विदेशी विजिटर्स की आमद, प्रदेश के उत्पादों के प्रति उनकी रुचि और गठजोड़ को लेकर प्रतिबद्धता से स्पष्ट हो गया है कि आर्थिक विकास और रोजगार सृजन के साथ ही प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
देश के ग्रोथ इंजन के रूप में आगे बढ़ेगा प्रदेश*
इस वृहद आयोजन में दुनिया भर के बायर्स ने यूपी के प्रोडक्ट्स में दिलचस्पी दिखाई और साथ में काम करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। इससे प्रदेश के उत्पादों और उद्यमियों को एक नया और बड़ा बाजार मिल गया। ऑर्डर्स की आपूर्ति के लिए यूपी के उद्यमी अब राज्य सरकार की मदद से और अधिक संख्या में अपने उत्पादों का प्रोडक्शन करेंगे। जिले और राज्य स्तर के उत्पादों को ग्लोबल लेवल पर पहचान दिलाने में राज्य सरकार भी उनकी हर संभव मदद करेगी। ये सम्मिलित प्रयास राज्य के आर्थिक विकास को गति प्रदान करेंगे। नए निवेश और बढ़ी हुई व्यापारिक गतिविधियों से प्रदेश के अंदर रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। ये अवसर बड़े शहरों में नहीं, छोटे शहरों, कस्बों और गांवों में आकार लेंगे। इन सारी गतिविधियों के माध्यम से प्रदेश सीएम योगी की मंशा के अनुरूप देश के ग्रोथ इंजन के रूप में अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ सकेगा।
2023 से भी भव्य रहा 2024 का आयोजन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अवधारणा के अनुरूप 2023 में पहली बार यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो की शुरुआत हुई। यूपी देश का पहला और इकलौता राज्य है जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर का ट्रेड शो आयोजित कर रहा है। खास बात ये है कि 2024 का आयोजन 2023 से भी ज्यादा वृहद और भव्य रहा। यूपीआईटीएस 2024 में 5 दिन के आयोजन के दौरान उद्यमियों को 10 हजार करोड़ रुपए की बिजनेस इंक्वायरी और लीड्स प्राप्त हुईं। 5 दिनों में 5.5 लाख लोगों ने आयोजन स्थल का भ्रमण किया। इनमें 4,25,268 बी2बी और बी2सी विजिटर्स शामिल रहे। प्रदेश के 2500 से अधिक एग्जिबिटर्स ने अपने विभिन्न सेक्टर्स से संबंधित अपने उत्पादों और नवाचारों का यहां प्रदर्शन किया, जबकि 70 देशों के 500 से अधिक विदेशी बायर्स की मौजूदगी ने भी यहां कारोबारी अवसरों को बूस्ट करने में मदद की। सभी 75 जिलों से 350 ओडीओपी को प्रदर्शित किया गया। वहीं, 2023 की बात करें तो तब करीब 2000 एग्जिबिटर्स के साथ 60 देशों के 350 विदेशी बायर्स यहां सम्मिलित हुए थे। तब 2,85,589 बी2बी और बी2सी विजिटर्स सम्मिलित हुए थे।
उत्तर प्रदेश और वियतनाम के बीच मजबूत हुए व्यापारिक संबंध
पहली बार इस आयोजन में प्रदेश सरकार ने वियतनाम को पार्टनर कंट्री के रूप में जोड़ा, जो इस आयोजन की एक और बड़ी उपलब्धि रही। इसके माध्यम से इंटरनेशनल ट्रेड शो की इंटरनेशनल अपील को और अधिक मजबूती मिली। इवेंट के दौरान उत्तर प्रदेश और वियतनाम की संस्कृति और जायके का भी मिश्रण देखने को मिला। वहीं वियतनाम के राजदूत और उनके डेलीगेशन के साथ सीएम योगी ने भी विशेष मुलाकात की। इस दौरान वियतनाम की ओर से उत्तर प्रदेश के साथ व्यापारिक गठजोड़ को मजबूत किए जाने के प्रति आश्वस्त किया गया। इस गठजोड़ के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी को योगी सरकार ने मजबूती देने का काम किया है। वियतनाम ने भी प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण और आईटी सेक्टर में निवेश के प्रति अपनी उत्सुकता भी जाहिर की।
2200 करोड़ रुपए से अधिक के कारोबार ने बढ़ाया हौसला
यूपीआईटीएस 2024 के दौरान, विदेशी बायर्स उत्तर प्रदेश के उत्पादों के प्रति काफी उत्सुक नजर आए। उत्तर प्रदेश के प्रदर्शकों द्वारा प्रदर्शित उत्पादों की विविधता और गुणवत्ता ने उनका दिल जीत लिया। इसके चलते यूपीआईटीएस 2024 के दौरान 2200 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार किया गया और कई विदेशी खरीदारों ने यूपी स्थित निर्माताओं के साथ निवेश और सहयोग करने में गहरी रुचि दिखाई। वहीं, प्रदेश के उद्यमियों ने भी विदेशी बायर्स के साथ गठजोड़ में दिलचस्पी दिखाई। सीएम योगी की मंशा के अनुरूप यह गठजोड़ प्रदेश की तरक्की की राह प्रशस्त करने वाला होगा। इसके माध्यम से उत्तर प्रदेश के उत्पादों को विदेशों में बाजार मिलने की संभावना है, जिसका सीधा असर प्रदेश की अर्थव्यवस्था और यहां रोजगार के अवसरों में वृद्धि के रूप में देखने को मिलेगा।
2017 से पहले किसी सरकार ने नहीं ली उद्यमियों की सुध
2017 से पहले यही उत्तर प्रदेश था, यही उद्यमी थे, लेकिन तब किसी भी सरकार ने इनकी सुध नहीं ली। सरकारें आईं और गईं, लेकिन किसी के पास ये विजन नहीं था कि इंटरनेशनल ट्रेड शो और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट जैसे आयोजन करके प्रदेश को बीमारू राज्य के तमगे से बाहर निकाला जाए। इस तरह के आयोजन के माध्यम से उत्तर प्रदेश के उत्पादों को न सिर्फ राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने का कोई प्लान नहीं था। उद्यमियों को उत्पादों की ब्रांडिंग और बिक्री के लिए सरकार से कोई प्रोत्साहन नहीं था। न नीति थी और न ही नीयत, जिसके चलते प्रदेश के उद्यमियों के सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया था। खराब लॉ एंड ऑर्डर के चलते व्यापारियों के लिए सुरक्षा भी एक चिंता का विषय था, जबकि इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी व्यवसाय के विस्तार में रोड़ा बनी हुई थी। 2017 में प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद सीएम योगी ने इन सभी पहलुओं पर काम किया और प्रदेश का परसेप्शन बदल दिया।
2023 से भी वृहद हुआ 2024 यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो
2023 2024
टोटल विजिटर्स 3 लाख+ 5.5 लाख
बी2बी विजिटर्स 72,589 1,03,688
बी2सी विजिटर्स 2.13,000 3.21,580
टोटल एग्जिबिटर्स 2000 2500+
कंट्री पार्टिसिपेशन 60 70+
फॉरेन विजिटर्स 350 500+
योगी सरकार के प्रयासों की प्रशंसा
यह केवल प्रदर्शनी नहीं, बल्कि सभी के लिए अवसरों की टोकरी है। यह कार्यक्रम ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘स्थानीय से वैश्विक’ के मंत्र को साकार करने वाला है। पूरे देश को इस आयोजन के बारे में जानकारी होनी चाहिए। संसद टीवी के जरिए इसका प्रदर्शन होना चाहिए। प्रदर्शनी के जरिए प्रदेश की तकनीकी, सांस्कृतिक संपदा, एक जिला-एक उत्पाद आदि को दर्शाया जा रहा है।
-जगदीप धनखड़, उपराष्ट्रपति
इस ट्रेड शो की सफलता उत्तर प्रदेश की बढ़ती हुई ताकत को दर्शा रही है। यहां जिस तरह बॉयर्स आ रहे हैं और उत्पादों के प्रति अपनी रुचि दिखा रहे हैं, वह देश के औधोगिक विकास को नई ऊंचाई प्रदान करेगा। कौशल विकास, ईज ऑफ डूईंग बिजनेस के साथ ही स्मार्ट सिटीज के डेवलपमेंट पर भी प्रदेश सरकार जिस तरह फोकस कर रही है, उससे प्रदेश देश की शान बना हुआ है।
पीयूष गोयल, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री
देश में औद्योगिक वातावरण बनाने में यूपी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। देश के आर्थिक विकास का रास्ता यूपी से जाता है। यहां योगी सरकार द्वारा विश्व स्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर देने की वजह से उत्तर प्रदेश निवेशकों का चहेता डेस्टिनेशन बन चुका है। केंद्र सरकार की ओर से यूपी को एमएसएमई सेक्टर के लिए हरसंभव मदद दी जाएगी।
जीतनराम मांझी, केंद्रीय एमएसएमई मंत्री