ग्राम स्वराज मिशन के तहत पल्ला गांव में ग्राम सभा की बैठक, “ग्राम सभा कानून” लागू किए जाने की मांग
ग्रेटर नोएडा : महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर दिल्ली स्थित राजघाट और विजयघाट पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ-साथ, ग्राम स्वराज मिशन के तहत देशभर में ग्राम सभा कानून लागू किए जाने की मांग तेज हो गई है। इस कड़ी में ग्रेटर नोएडा के पल्ला गांव सहित अन्य गांवों में ग्राम सभा की बैठकों का आयोजन हुआ, जिसमें किसानों और ग्रामीणों ने पंचायती राज व्यवस्था को पुनर्जीवित करने और “ग्राम सभा कानून” लागू करने की मांग की।
किसान नेता सुनील फौजी एडवोकेट ने जानकारी देते हुए बताया कि “राष्ट्रीय किसान समन्वय समूह” (RKSS) के आह्वान पर यह जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत सभी राज्यों में महाराष्ट्र की तर्ज पर “ग्राम सभा कानून” और छत्तीसगढ़ की तर्ज पर “पेशा कानून” लागू करने की मांग की जा रही है। 7-8 सितंबर को ग्रेटर नोएडा के गुर्जर भवन में हुए किसान चिंतन शिविर में निर्णय लिया गया था कि गांधी और शास्त्री जयंती के अवसर पर राजघाट और विजयघाट पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए जाएंगे और इसके बाद ग्राम सभा की मीटिंगों का आयोजन होगा।
इस अवसर पर पल्ला गांव में आयोजित ग्राम सभा की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि उत्तर प्रदेश में भी “ग्राम सभा कानून” लागू किया जाए और जिन गांवों में पंचायती चुनाव समाप्त कर दिए गए हैं, वहां त्रि-स्तरीय पंचायती चुनाव प्रक्रिया को बहाल किया जाए। साथ ही, किसानों और ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने का भी प्रस्ताव पास किया गया।
बैठक में निर्णय लिया गया कि हर महीने के पहले सप्ताह में ग्राम सभा की बैठक आयोजित की जाएगी और सभा में पारित प्रस्तावों को जिलाधिकारी के माध्यम से सरकार को भेजा जाएगा। अगर इन प्रस्तावों पर उचित कार्यवाही नहीं होती है, तो आंदोलन और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान आर.के.एस.एस. की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य प्रोफेसर अशोक प्रकाश ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि “ग्राम सभा कानून” लागू होने से ही असली ग्राम स्वराज स्थापित हो सकेगा, जिससे ग्रामीणों को स्व-रोजगार और आर्थिक संसाधन प्राप्त होंगे।
इस कार्यक्रम में चाचा विजयपाल भाटी बील, राजवीर मास्टर पल्ला, संजय नेता जी, फिरे भाटी पल्ला, देवेंद्र भोगपुर, जितेंद्र चौधरी बोड़ाकी, राजू नंबरदार, धीरज भाटी दतावली, शीशपाल प्रधान समेत सैकड़ों किसान, महिलाएं और युवा उपस्थित रहे।