नोएडा एयरपोर्ट से अंतर्राष्ट्रीय व घरेलू विमानों के उड़ान का शेड्यूल एक अक्टूबर को होगा तय
ग्रेटर नोएडा। जेवर में निर्माणाधीन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से वाणिज्यिक उड़ानों के संचालन को शुरू करने के लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सभी संबंधित विभागों से तालमेल की प्रक्रिया तेज कर दी है। मंत्रालय की ओर से नोएडा इंटरनेशनल लिमिटेड, यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड, डीजीसीए, एएआई और निर्माण कार्य कर रही टाटा इंजीनियरिंग लिमिटेड के साथ जल्द बैठक कर एयरपोर्ट के निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। साथ ही विमानों के संचालन का शेड्यूल तय करने के लिए एक बैठक बुलाई गई है। आगामी एक अक्टूबर को नागरिक उड्डयन मंत्रालय सभी विभागों के साथ बैठक करेगा, जिसमें यह निर्णय लिया जाएगा कि कितने अंतरराष्ट्रीय और कितने घरेलू विमान उड़ान भरेंगे, और उनके उड़ान भरने का शेड्यूल क्या होगा।
बता दें कि जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य पहले चरण में 1334 हेक्टेयर में किया जा रहा है, जिसमें एक रनवे और टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है। 3.9 किमी लंबे रनवे का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, और टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण कार्य भी अंतिम चरण में है, जिसकी फिनिशिंग की जा रही है। एयर ट्रैफिक कंट्रोल बिल्डिंग का निर्माण कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है, जिसमें उपकरण लगाने का कार्य चल रहा है। उम्मीद है कि अक्टूबर तक उपकरण लगाने का कार्य भी पूरा हो जाएगा।
एयरपोर्ट के संचालन के लिए कई एजेंसियां जुड़ी होती हैं, जिनके अलग-अलग कार्य होते हैं। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड अब तक इंडिगो और आकाश के साथ विमान संचालन के लिए अनुबंध कर चुका है, जबकि एयर इंडिया के साथ बातचीत चल रही है। यह बताया गया है कि एयरपोर्ट के संचालन के दिन ही अंतरराष्ट्रीय और घरेलू विमानों का एक साथ परिचालन शुरू हो जाएगा। इसके पहले कई औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी। एक अक्टूबर को होने वाली बैठक में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय उन औपचारिकताओं को पूरा करने का भी शेड्यूल निर्धारित करेगा।
अक्टूबर तक वाणिज्यिक परिचालन शुरू होने से पहले सुरक्षा और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए नेविगेशन सहायता, रनवे प्रकाश व्यवस्था और हवाई क्षेत्र की पुष्टि और सुधार किए जाने हैं, जिसकी जिम्मेदारी एएआई और सीएनएस की होगी। दिसंबर 2024 तक यह सुनिश्चित किया जाना है कि उड़ान प्रक्रिया सुरक्षित है। इसके लिए दिसंबर 2024 में एयरड्रम लाइसेंस के लिए आवेदन किया जाएगा।