ISKCON Dadri में श्रीमद्भागवतम कथा का दूसरा दिन: अनंतसेश प्रभु ने सिखाई ‘मृत्यु की कला’*
दादरी, 21 अगस्त। ISKCON Dadri द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवतम कथा के दूसरे दिन अनंतशेष प्रभुजी ने जीवन का अनमोल संदेश दिया। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवतम न केवल जीवन का उद्देश्य समझाता है, बल्कि मृत्यु की कला भी सिखाता है। “शास्त्र हमें धर्म का मार्ग दिखाते हैं और धर्म की रक्षा भी शास्त्रों के द्वारा ही हो सकती है,” उन्होंने कहा।
प्रभुजी ने आगे बताया कि यदि हम शास्त्रों का अध्ययन नहीं करेंगे, तो सनातन धर्म की रक्षा नहीं हो सकेगी। धर्म का पालन और उसकी रक्षा के लिए शास्त्रों का ज्ञान अत्यंत आवश्यक है।
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित श्रद्धालुओं को भंडारा प्रसाद वितरित किया गया। श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक कथा में भाग लिया और अनंतशेष प्रभुजी के व्याख्यान से प्रेरित होकर शास्त्र अध्ययन की महत्ता को समझा।
कार्यक्रम की सफलता और श्रद्धालुओं की भागीदारी ISKCON Dadri के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि रही।