केसीसी इंस्टिट्यूट में दीक्षांत समारोह का आयोजनन
केसीसी इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, ग्रेटर नोएडा द्वारा 10 अगस्त 2024 को दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया । समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पदम् श्री डॉ. महेश वर्मा, कुलपति, गुरु गोबिंद सिंह इंद्रा प्रस्थ यूनिवर्सिटी, विशिष्ट अतिथियों के रूप में श्री संजीव मित्तल, आईएएस पूर्व एडिशनल सेक्रेट्री – उत्तर प्रदेश शासन एवं श्री आर के राय, एडिशनल डेवलपमेंट कमिश्नर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम- विकास संगठन (एमएसएमई) भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित रहे। अन्य विशेष अतिथियों में श्री रविंद्र सिंह, पूर्व जस्टिस अल्लाहाबाद हाई कोर्ट एवं शिक्षण कौंसिल के मेंबर्स,डॉ० डीजे पति, आज तक मीडिया इंस्टिट्यूट प्रमुख सम्मिलित रहे |
दीक्षांत समारोह का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व उनके सम्मुख दीप प्रज्वलन करके किया गया।
संस्थान की डायरेक्टर प्रोफेसर डा भावना अग्रवाल,ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए धन्यवाद् दिया और अपने ज्ञान और अनुभव छात्रों से साझा करने के लिए आमंत्रित किया।
इस अवसर पर बोलते हुए श्री संजीव मित्तल, आईएएस पूर्व एडिशनल सेक्रेट्री – उत्तर प्रदेश शासन ने कहा की नवीनतम तकनीक व गुणवत्ता के आधार पर ही भारत आगे बढ़ सकता है। उन्होंने सतत् विकास के लिए अंतर विषय प्रौद्योगिकी में राष्ट्रीय क्षमता बढ़ाने के लिए संस्थागत तालमेल और इसके विकास और प्रभाव के साथ संस्थान के प्रयासों की प्रशंसा की। स्नातक छात्रों को सलाह देते हुए कि अब आपके सामने अवसर और चुनौतियों की एक नई दुनिया दिखेगी। हममें से प्रत्येक व्यक्ति एक विरासत छोड़ सकता है और अपने आसपास के समाज, अपने राष्ट्र और समग्र मानवता के लिए बदलाव ला सकता है।
श्री श्री आर के राय, एडिशनल डेवलपमेंट कमिश्नर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम- विकास संगठन (एमएसएमई) ने अपने वक्तव्य में कहा कि भारत के छात्र-छात्राओं की क्षमता विश्व स्तरीय है यदि हमारे छात्र -छात्राएं अपनी क्षमताओं के अनुसार प्रदर्शन करें तो भारत अल्प समय में ही विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है।
इस अवसर पर बोलते हुए संस्थान की डा सुनीता सिंघल ने केसीसी इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एवं मैनेजमेंट की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि हमारा इंस्टिट्यूट लर्निंग प्रोसेस एंड लीडरशिप क्वालिटी का केंद्र है संस्थान का उद्देश्य छात्रों के समग्र विकास के लिए वातावरण प्रदान करना है छात्रों को प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए उद्योग एवं शिक्षा जगत के बीच की खाई को पाटने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं एवं अब तक उद्योग और प्रतिष्ठित संस्थाओं के तीन सौ से अधिक वक्ता, हमारे छात्र-छात्राओं के साथ वैचारिक आदान-प्रदान के लिए परिसर में आ चुके हैं एवं ११ एफडीपीस एवं ७ रिफ्रेशर कोर्स इस सत्र में चलाएं जा चुके हैं। ।
कार्यक्रम में कल बीबीए, बीसीए, बीजेएमसी, बीकॉम के स्नातकों को डिग्री प्रदान की गई। दीक्षांत समारोह में स्नातकों के अतिरिक्त उनके माता-पिता, विभिन्न क्षेत्रों के मूर्धन्य विद्वानों एवं मीडिया के सदस्यों ने भाग लिया। अन्य विशेष अतिथियों में पूर्व माननीय न्यायधीश, इलाहाबाद हाई कोर्ट, श्री प्रदीप बागची, सीनियर एडवाइजर एवं प्रोफेसर, नेशनल कौंसिल ऑफ़ एप्लाइड इकनोमिक रिसर्च, डा नीलम त्यागी, प्रोफेसर, फैकल्टी ऑफ़ लॉ, दिल्ली यूनिवर्सिटी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर अपने दीक्षांत भाषण में बोलते हुए पदम् श्री डॉ. महेश वर्मा, ने कहा की छात्र व छात्राएं देश के भावी कर्णधार हैं उन्हीं के ऊपर देश का उज्जवल व सक्षम भविष्य निर्भर है के अनुरूप भारत को 2047 तक विकसित बनाना है ।उन्होंने छात्रों को ‘नौकरी चाहने वालों’ के बजाय ‘नौकरी प्रदाता’ बनने के लिए प्रोत्साहित किया उन्होंने कहा कि भारत में स्टार्टअप इंडिया तथा मेक इन इंडिया आदि जैसे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जिनका छात्र व छात्राओं को भरपूर लाभ उठाना चाहिए तथा देश को सक्षम व विकसित बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देना चाहिए। उन्होंने छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए नए अवसर को सतत रूप से तलाशते रहने पर ज़ोर दिया।
इस अवसर पर अंत में डॉ सुरभि शर्मा ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया और दीक्षांत समारोह में अपनी दरिमामयी उपस्थिति से हमें गौरवान्वित करने के लिए सम्मान प्रकट किया |