क्वांटम विश्विद्यालय और उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्याल के बीच आपसी शैक्षणिक मसौदे पर करार
रूडकी स्थित क्वांटम विश्वविद्यालय परिसर में क्वांटम विश्वविद्यालय और उत्तराखंड संस्कृत विश्व विद्यालय,हरिद्वार के मध्य सोमवार को आपसी शैक्षणिक मसौदे पर हस्ताक्षर किये गए। इस शैक्षणिक मसौदे के तहत दोनों ही शिक्षण सस्थान भारतीय ज्ञान परम्परा के विस्तार, अनुशीलन , शिक्षण, नवाचार, अध्ध्य्यन और अनुसंधान से सम्बंधित कई प्रकार कार्यशालाएं और वैचारिक संगोष्ठी आजोजन करेंगे।
इस मसौदे पर उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्याल के कुलपति प्रोफ़ेसर दिनेश शास्त्री और क्वांटम विश्विद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर विवेक कुमार ने अपने हताक्षर किये। इस अवसर पर क्वांटम विश्वविद्यालय कुलाधिपति अजय गोयल ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा की दोनों विश्वविद्याल के मध्य इस आपसी करार से छात्रों को भारतीय परम्परा और अपने देश की अमूल्य सस्कृति को समझने और उससे जुड़ने के लिए सही मार्गदर्शन मिल सकेगी।
इस करार से छात्र के साथ शिक्षक भी ज्ञान और नवाचार के नए आयाम को समझ सकेंगे और देश को सांस्कृतिक तौर पर विश्व में स्थापित करने में अपना सहयोग दे पाएंगे। इस अवसर पर क्वांटम विश्विद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर विवेक कुमार ने इस करार को विश्वविद्याल के लिए नयी शिखर को छूने में मिल का पत्थर बताया। इस मौके पर कुलाधिपति श्रीमान अजय गोयल, कुलपति प्रोफ़ेसर विवेक कुमार, क्वांटम बिजिनेश स्कूल के निदेशक प्रोफ़ेसर मनीष श्रीवास्त्व , रजिस्ट्रार डाक्टर अमित दीक्षित, डाक्टर निर्मेश शर्मा और डाक्टर वर्षा गुप्ता भी मौजूद रही।
मसौदे पर हताक्षर के बाद अपने विचार व्यक्त करते हुए उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्याल के कुलपति प्रोफ़ेसर दिनेश शास्त्री ने कहा की इससे दोनों विश्वविद्याल के शिक्षकों ,शोधार्थियों और विधार्थियो को अपने देश की पौराणिक और प्राचीन भाषा की महत्ता को समझने और उसे सीखने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा की दोनों विश्यविद्याल अपने शिक्षण-अधिगम वातावरण और अनुसंधान को संभंधित क्षेत्र और विषय के स्तर तक बढ़ने के लिए एक दूसरे का सहयोग करेंगे। इस करार से दोनों सस्थानो के छात्रों और शोधार्थियों को किसी भी प्रस्तावित कार्यक्रम में भाग लेने का मौका मिलेगा। इस अवसर पर उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्याल के मूल्य चेतना प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी डाक्टर विनय सेठी भी उपस्थित रहे।