फिल्म सिटी के निर्माण को लेकर बेव्यू कंपनी 12 मार्च को लेगी जमीन पर कब्जा

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में विकसित वाली अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी निर्माण को लेकर विकासकर्ता कंपनी मेसर्स बेव्यू प्रोजेक्ट्स 12 जून को जमीन पर कब्जा लेगी। जमीन पर कब्जा लेने पर छह माह के अंदर कंपनी को निर्माण कार्य शुरू करना होगा। जमीन पर कब्जा लेने से पहले बेव्यू प्रोजेक्ट्स को समझौता ज्ञापन की अन्य शर्तों को पूरा करना होगा। बेव्यू प्रोजेक्ट्स के सीईओ व फिल्म निर्माता निर्देशक बोनी कपूर अपने कंपनी के अन्य अधिकारियों के साथ यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरूणवीर सिंह के साथ बैठक कर 12 जून को जमीन पर कब्जा देने की मांग रखी। जमीन पर कब्जा मिलने के बाद जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू करने का आश्वासन बोनी कपूर की तरफ से दिया गया। कंपनी द्वारा लगाई गई सबसे बड़ी आर्थिक बिड के हिसाब से विकासकर्ता का चयन किया गया था। मार्च में बेव्यू कंपनी को मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के हाथों से आवंटन पत्र सौंपा गया था। 230 एकड़ में फिल्म सिटी पहला चरण विकसित किया जाएगा जिस पर करीब 1510 करोड़ रुपए होने का अनुमान है। फिल्म सिटी के निर्माण से क्षेत्र में विकास को गति मिलने के साथ ही रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। फिल्म सिटी निर्माण को लेकर फरवरी में

आर्थिक निविदा खोली गई थी। जिसमें फिल्म निर्माता व निर्देशक बोनी कपूर की कंपनी बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी ने रियल इस्टेट कंपनी भूटानी ग्रुप के साथ मिलकर सबसे ज्यादा 18 फीसदी 18 फीसदी रेवेन्यू शेयरिंग की बोली लगाकर प्रथम चरण के निर्माण के लिए विकासकर्ता कंपनी का अधिकार प्राप्त किया था। यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण ने सेक्टर 21 में प्रथम चरण के लिए 230 एकड़ से ज्यादा जमीन पर कब्जा लेकर तार फेंसिंग कर चुका है।

जमीन पर कब्जा लेने से पहले विकासकर्ता को एक विशेष वाहन (एसपीवी) कंपनी का गठन करना होगा। कार्य सम्पादन जमानत यानी बैंक गारंटी 80 करोड़ रूपए जमा करना होगा। इसके लिए प्राधिकरण के साथ समझौता ज्ञापन करना होगा। बोनी कपूर की तरफसे आश्वासन दिया गया कि 12 जून से पहले सारी प्रक्रिया पूरी कर जमीन पर कब्जा लेंगे। कंपनी का प्रयास होगा कि जमीन पर कब्जा मिलते ही निर्माण प्रक्रिया शुरू कर दी जाए।

यमुना एक्सप्रेस वे शहर के सेक्टर-21 में 1000 एकड़ में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी का प्रथम चरण 230 एकड़ में विकसित किया जाना है। इसमें 155 एकड़ में फिल्म उद्योग से जुड़ी इंडस्ट्री और आवासीय सुविधा होगी, जबकि 75 एकड़ में व्यवसायिक गतिविधियां होटल, मॉल और प्लॉजा होंगे। वहीं दूसरे चरण में विला, गोल्फ कोर्स व मनोरंजन पार्क होंगे।

प्रथम चरण की परियोजना को 7 जोनों में बांटकर विकसित किया जाएगा, जिनकी अनुमानित लागत 1510 करोड़ रुपए है। अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसके मूर्तरूप लेने के 8 साल बाद विकासकर्ता कंपनी को होने वाली कुल आय का 18 फीसदी हिस्सा प्राधिकरण को मिलेगा।

डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण ने बताया फिल्म सिटी के प्रथम चरण के निर्माण के लिए प्राधिकरण पहले से ही जमीन पर कब्जा ले चुका है। 12 जून को बेव्यू प्रोजेक्ट्स को जमीन पर कब्जा दे दिया जाएगा। 90 साल की लीज पर जमीन दिया गया। यमुना प्राधिकरण फिल्म सिटी के लिए संपर्क मार्ग का निर्माण करेगा। इसके अलावा आंतरिक विकास से लेकर फिल्म सिटी की डिजाइन, फाइनेंस आपरेट, राजस्व इकट्ठा इन सब की जिम्मेदारी विकासकर्ता कंपनी की होगी। कंपनी जमीन का ट्रांसफर, सब लीज आदि नहीं कर पाएगी। सिर्फ किसी को भी सब लाइसेंस देने की छूट होगी।

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