पॉड टैक्सी को जेवर एयरपोर्ट से परी चौक तक चलाने पर विचार
ग्रेटर नोएडा। संशोधनों के साथ पॉड टैक्सी परियोजना के लिए दोबारा टेंडर निकाले जाएंगे। पॉड टैक्सी के कॉरिडोर निर्माण में सरकार द्वारा 40 प्रतिशत फंडिंग करने, कॉरिडोर की लंबाई बढ़ाने और बिड डाक्यूमेंट में बदलाव किए जाएंगे। इसके लिए यमुना प्राधिकरण ने शासन को पत्र लिखा है। जेवर एयरपोर्ट और फिल्म सिटी के बीच 14.6 किलोमीटर लंबे | कॉरिडोर में पॉड टैक्सी चलाने के लिए यमुना प्राधिकरण ने केंद्र सरकार की कंपनी इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कारपोरेशन लिमिटेड से डीपीआर बनवाई है। प्राधिकरण ने परियोजना के लिए पहली जुलाई को ग्लोबल टेंडर निकाले। इसकी अंतिम तिथि दो बार बढ़ाई गई। अंतिम तिथि 28 नवम्बर तक कोई कंपनी इसके लिए नहीं आई। यमुना प्राधिकरण ने पांच दिसम्बर को पॉड टैक्सी का संचालन करने वाली कंपनियों के साथ बैठक की। बैठक में सीमेंस, मोनेट इंटरनेशनल लिमिटेड, अल्ट्रा पीआरटी, हुंडई कॉरपोरेशन, सिस्ट्रा समेत | दर्जनभर कंपनियों ने भाग लिया। कंपनियों ने कहा कि पॉड टैक्सी के इंफ्रास्ट्रक्चर में सरकार कम से कम 40 प्रतिशत खर्च करे। इसके अलावा कई और सुझाव दिए। अब इन सुझावों के बाद यमुना प्राधिकरण ने इस परियोजना को लेकर अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त को पत्र लिखा है। कहा है कि इस परियोजना के लिए दोबारा टेंडर निकाले जाने हैं। | इसके लिए इसमें कुछ संशोधन होने हैं। अब जेवर एयरपोर्ट और फिल्म सिटी के बजाय परी चौक तक पॉड टैक्सी चलाई जानी है। इसलिए पीपीपीबीईसी की बैठक बुलाई जाए।