YAMUNA AUTHORITY में भ्रष्टाचार पर प्रहरी का पहरा, प्रहरी ऐप से होगी पूरी टेंडर प्रक्रिया
ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने विकास कार्यों के निविदा में भ्रष्टाचार रोकने के लिए सख्त कदम उठाया है। विकास कार्यों के निविदा में पारदर्शिता लाने के लिए प्रहरी का पहरा लगाने जा रहा है। इसके लिए प्राधिकरण ने विकास कार्यों के ठेका छोड़ने में पीडब्ल्यूडी के ‘प्रहरी’ ऐप को लागू करेगा । इसके लिए ठेका उन्हीं फर्मों को मिलेगा, जिनका पीडब्ल्यूडी में रजिस्ट्रेशन होगा। इसके अलावा इस ऐप के फर्म की तकनीकी क्षमता समेत तमाम आकलन किए जा सकेंगे। यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण में विकास कार्यों के ठेकों को और पारदर्शी बनाने के लिए काम शुरू हुआ है। अभी प्राधिकरण में ई टेंडर की सुविधा लागू है। यमुना प्राधिकरण में विकास कार्यों में पीडब्ल्यूडी की शर्तों को लागू किया गया है। उन्हीं के नियमों के तहत काम कराया जाता है। पीडब्ल्यूडी में टेंडर में आने वाली फर्म का परीक्षण ऑनलाइन किया जाता है। इसके लिए प्रहरी ऐप को लागू किया है । अब यमुना प्राधिकरण भी प्रहरी ऐप को अपने यहां लागू करेगा ताकि और पारदर्शिता लाई जा सके। इस ऐप को लागू करने से पहले फर्म के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया अपनानी पड़ेगी। इस ऐप के लागू होने से फर्म को पहले पीडब्ल्यूडी में रजिस्ट्रेशन कराना होगा। प्राधिकरण ने हाल ही में एक साल में छोड़े ठेकों का परीक्षण कराया। इसमें यह बात निकल कर आई कि सभी काम 7-8 फर्म को ही दिए गए हैं। आखिर इससे अधिक फर्म क्यों नहीं आती हैं । इसीलिए प्रहरी ऐप को लागू किया जा रहा है । प्रहरी ऐप कंप्यूटर बेस्ड है । यह रियल टाइम में फर्म का तकनीकी परीक्षण और अन्य काम करता है। इसमें गड़बड़ी नहीं की जा सकता है। यह ठेकेदारों के अनुरूप सिस्टम है।